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सेवन वंडर्स पर दूसरे दिन भी जारी रही तोड़फोड़ की कार्रवाई

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अजमेर। आनासागर वेटलैंड क्षेत्र में बने सेवन वंडर्स पार्क को ध्वस्त करने की कार्रवाई शनिवार को भी जारी रही। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अजमेर विकास प्राधिकरण लगातार दूसरे दिन भी जेसीबी, पोकलेन और क्रेन की मदद से संरचनाओं को तोड़ रहा है। शुक्रवार को कार्रवाई की शुरुआत हुई थी, जिसके तहत रोम का कोलोसियम पूरी तरह गिरा दिया गया, एफिल टॉवर को तीन हिस्सों में काटा गया, जिनमें से दो हिस्से हटा दिए गए। वहीं ब्राजील की क्राइस्ट द रिडिमर प्रतिमा को क्रेन की मदद से सुरक्षित उतार लिया गया और मिस्र के पिरामिड को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया। शनिवार को ताजमहल और पीसा की झुकी हुई मीनार को हटाने की कार्रवाई प्रस्तावित है। एडीए की टीम शुक्रवार देर रात साढ़े 11 बजे तक तोड़फोड़ करती रही और शनिवार सुबह फिर कार्रवाई शुरू कर दी गई। इस दौरान पार्क का मुख्य दरवाजा बंद रखा गया है और आमजन की आवाजाही रोक दी गई है।

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने छह महीने पहले आनासागर वेटलैंड और ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में हुए अवैध निर्माणों को हटाने के आदेश दिए थे। इसके तहत पहले ही फूड कोर्ट को तोड़ा जा चुका था। जिला प्रशासन ने कोर्ट में दिए हलफनामे में स्पष्ट किया था कि 17 सितंबर तक सेवन वंडर्स को पूरी तरह हटा दिया जाएगा। इसी डेडलाइन को देखते हुए 12 सितंबर से कार्रवाई शुरू कर दी गई। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करीब 11 करोड़ रुपये की लागत से बने सेवन वंडर्स का शुभारंभ वर्ष 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया था। इसमें ताजमहल, एफिल टॉवर, पीसा की झुकी हुई मीनार, क्राइस्ट द रिडिमर, रोम का कोलोसियम, मिस्र के पिरामिड और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी जैसे प्रतिमानों के मॉडल बनाए गए थे।


सुप्रीम कोर्ट ने वेटलैंड और ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में हुए निर्माणों पर कड़ी नाराजगी जताई थी। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इन निर्माणों की जिम्मेदारी किन अधिकारियों पर तय होगी। आगामी सुनवाई में कोर्ट के सामने करीब 39 करोड़ रुपये खर्च कर बनाए गए पाथवे और ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में बने आजाद पार्क व गांधी पार्क के निर्माण कार्यों की भी जांच होगी। एडीए की कार्रवाई के बीच आमजन में भी चर्चा है कि करोड़ों खर्च कर बनाए गए इन संरचनाओं को महज तीन साल में ही तोड़ा जा रहा है, जबकि जिम्मेदार अधिकारी और एजेंसियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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