अजमेर में दो मासूम भाइयों की लोहे के ट्रंक में बंद होने से दम घुटने से मौत हो गई। हालांकि बच्चों की मां ने इसे हादसा नहीं बल्कि साजिश बताया है। मां का आरोप है कि जमीन और मकान के लालच में देवर व अन्य परिजनों ने बच्चों की हत्या की है। मां ने एएसपी को परिवाद देकर जांच की मांग की है। घटना गुरुवार शाम करीब छह बजे पीसांगन के नाथूथला इलाके की है। नाथूथला निवासी लाडली खातून शाम को काम से घर लौटी तो उसने अपने बेटों साबिर (6) व समीर (4) को ट्रंक में बंद पाया। दोनों को पीसांगन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए। लाडली ने शुक्रवार को एएसपी ग्रामीण दीपक कुमार को परिवाद दिया। उसने बताया कि सदमे के कारण वह बेहोश हो गई थी। परिवाद में उसने देवर व अन्य परिजनों पर दोनों बच्चों की हत्या का आरोप लगाया है।
मां का आरोप- हत्या के बाद शव को ट्रंक में बंद कर दिया
लाडली खातून का आरोप है कि गुरुवार सुबह जब मैं काम पर गई थी तो घर के बाहर जालीदार गेट पर रस्सी से चार गांठ बांध दी थी। शाम करीब 6 बजे लौटी तो गेट पर सिर्फ एक गांठ लगी थी। जिस ट्रंक में शव मिला था उसकी कुंडी बाहर से बंद थी, जिसे खोलने में मुझे काफी मशक्कत करनी पड़ी।मां का कहना है कि दोनों बच्चे ट्रंक में आराम से लेटे हुए थे। जबकि अगर उनका दम घुटता तो वे बेचैन होकर कुछ करने की कोशिश करते। ऐसे में वे आराम से लेट नहीं सकते। साजिश के तहत यह हत्या बाहर की गई। फिर उन्हें ट्रंक में लिटा दिया गया और बाहर से कुंडी लगा दी गई।
रिश्तेदार खेत और घर पर कब्जा करना चाहते हैं
मां लाडली खातून का कहना है कि मैं विधवा सिंगल मदर हूं। करीब 4 साल पहले पति की मौत के बाद मैं बिहार चली गई थी। वहां गंभीर रूप से बीमार पड़ गई। इलाज में तीन लाख रुपये से ज्यादा खर्च हो गए। इसके बाद वह मजदूरी करने दिल्ली चली गई। वहां सिलाई-कढ़ाई कर गुजारा किया। इस दौरान रिश्तेदारों ने मेरी दूसरी शादी की अफवाह फैला दी और खेत व मकान पर कब्जा करने की योजना बनाई। जब मैं गांव लौटी तो मुझे खेत व मकान नहीं दिया गया। लेकिन गांव वालों ने दर्द को समझा और मुझे मेरा हक दिलाया। खेत व मकान को लेकर मेरे जेठ व अन्य रिश्तेदार रंजिश रखते थे। उन्होंने मेरे बच्चों को मार डाला, ताकि मैं यहां से चली जाऊं। अब मुझे धन-संपत्ति नहीं चाहिए। बच्चों के हत्यारों को सजा मिलनी चाहिए।
पुलिस व एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य
महिला की शिकायत के बाद सीओ ग्रामीण रामचंद्र चौधरी व थाना प्रभारी प्रहलाद सहाय मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाकर जरूरी साक्ष्य जुटाए गए।
महिला का जेठ लक्ष्मण भी मौके पर मिला। उसने पुलिस को बताया कि उस पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं।
सीओ ग्रामीण रामचंद्र चौधरी का कहना है कि शिकायत के बाद मामले की जांच की जा रही है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
You may also like
शुभमन गिल की कप्तानी में इस खिलाड़ी के साथ हो रहा है अन्याय, प्लेइंग XI में रखकर नहीं करा रहे बॉलिंग
सिर्फ 7 दिनों तक सुबह खाली पेट पिएं अदरक का पानी। यह 7 रोग हो जाएंगे खत्म 〥
अगर भारत और पाकिस्तान में युद्ध छिड़ जाए? उत्तर कोरिया का रुख किसके साथ?
टैरो राशिफल, 4 मई 2025 : नीचभंग राजयोग से मिथुन सहित 3 राशियों के लिए भाग्यशाली दिन, समाज में पाएंगे पहचान, पढ़ें कल का टैरो राशिफल
क्या शुभमन गिल ने अभिषेक शर्मा को लात मारी? VIDEO हुआ वायरल