चावंड पाड़ी स्थित प्राचीन शिव मंदिर में सोमवार को धार्मिक वातावरण के बीच दुर्गा माता और राधा-कृष्ण जी की प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा विधि-विधान से संपन्न हुई। मंदिर परिसर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस अवसर पर भजन-संकीर्तन, हवन और प्रसादी का आयोजन किया गया।
मंदिर समिति के सदस्यों और स्थानीय श्रद्धालुओं की उपस्थिति में प्रतिष्ठा समारोह पूरे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न हुआ। दुर्गा माता की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हरिराम सोनी द्वारा की गई, जबकि राधा-कृष्ण जी की प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा का कार्य पूर्व पार्षद भगवती देवी सैनी ने संपन्न कराया।
सुबह से शुरू हुआ धार्मिक अनुष्ठान
सोमवार तड़के ब्राह्मणों के मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजा-अर्चना शुरू हुई। मंदिर में विशेष रूप से सजे वेदी पर मूर्तियों को स्थापित किया गया। पूजा के बाद प्राण-प्रतिष्ठा संस्कार संपन्न हुआ, जिसके बाद मंदिर परिसर में “जय माता दी” और “राधे-राधे” के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
भक्तों की भीड़ और भजन संध्या का आयोजन
प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और शहरवासी मंदिर पहुंचे। स्थानीय महिलाओं ने मंगल गीत गाए और भजन मंडली ने भक्ति संगीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित किया गया। शाम को आयोजित भजन संध्या में भक्तों ने पूरी श्रद्धा के साथ भाग लिया।
सामाजिक एकता का उदाहरण बना आयोजन
मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक एकता का प्रतीक भी बना। सभी समुदायों के लोगों ने मिलकर इस कार्यक्रम की तैयारियों में सहयोग किया। मंदिर परिसर की सफाई, सजावट और लाइटिंग का कार्य स्थानीय युवाओं ने किया।
पूर्व पार्षद भगवती देवी सैनी ने कहा —
“यह हमारे लिए गौरव का क्षण है कि चावंड पाड़ी में देवी-देवताओं की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ मंदिर में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। समाज में धार्मिक जागरण और एकता का यह सुंदर उदाहरण है।”
हरिराम सोनी ने जताई श्रद्धा
मूर्ति प्रतिष्ठा कराने वाले हरिराम सोनी ने कहा कि माता दुर्गा और राधा-कृष्ण जी की कृपा से यह आयोजन सफल हुआ। उन्होंने कहा कि मंदिर में अब नियमित पूजा और आरती के साथ हर महीने भजन संध्या आयोजित की जाएगी।
मंदिर परिसर में भक्तों की श्रद्धा
पूरे दिन श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते रहे। महिलाएं और बच्चे फूलों की थाली लेकर देवी-देवताओं के दर्शन करने आए। भक्तों ने कहा कि अब मंदिर में नई मूर्तियों की स्थापना से धार्मिक माहौल और भी पवित्र हो गया है।
प्रसादी वितरण के साथ हुआ समापन
कार्यक्रम का समापन सामूहिक आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ। मंदिर समिति ने बताया कि आने वाले सप्ताह में मंदिर में विशेष दुर्गा पाठ और कृष्ण भजन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
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