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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: महागठबंधन और एनडीए की नई रणनीतियाँ

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महागठबंधन की नई रणनीति

बिहार विधानसभा चुनाव में नई रणनीति के साथ उतरेगा महागठबंधन.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। एनडीए के दलों ने अपनी सभी सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि महागठबंधन भी अपने पत्ते खोलने लगा है। इस बार दोनों गठबंधन नई रणनीतियों के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। एनडीए ने कुशवाहा जाति पर ध्यान केंद्रित किया है, जबकि महागठबंधन ने भूमिहार समाज के नेताओं को अधिक प्राथमिकता दी है।

महागठबंधन और एनडीए ने चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए नई रणनीतियों को अपनाने का निर्णय लिया है। जेडीयू लवकुश समीकरण पर ध्यान दे रहा है, जबकि आरजेडी अपने पुराने एमवाई समीकरण को बनाए रखने की कोशिश कर रही है। आइए जानते हैं कि दोनों गठबंधन किस समाज के उम्मीदवारों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।


महागठबंधन में कुशवाहा उम्मीदवारों की कमी

महागठबंधन इस बार कुशवाहा समाज की बजाय भूमिहार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। पिछले चुनावों की तुलना में कुशवाहा उम्मीदवारों की संख्या में कमी आई है। महागठबंधन ने केवल 12 कुशवाहा उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि भूमिहार समाज से 17 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है।

बिहार विधानसभा की 243 सीटों में महागठबंधन ने आरजेडी को 135, कांग्रेस को 61, वीआईपी को 16 और वामपंथी दलों को 31 सीटें आवंटित की हैं। कांग्रेस ने 61 में से 48 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि आरजेडी ने 135 में से 48 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। इस स्थिति को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि महागठबंधन एनडीए के बराबर कुशवाहा उम्मीदवारों को टिकट नहीं दे सकेगा।


एनडीए ने कुशवाहा उम्मीदवारों पर ध्यान केंद्रित किया

लोकसभा चुनाव के परिणामों से सीख लेते हुए, एनडीए ने इस बार कुशवाहा जाति पर ध्यान केंद्रित किया है। एनडीए, जदयू और राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने कुशवाहा जाति के उम्मीदवारों को टिकट दिया है। पिछले चुनाव में आरजेडी ने कुशवाहा वोटों में सेंधमारी की थी, जिससे एनडीए को नुकसान हुआ था।

भाजपा ने इस बार 7 कुशवाहा उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि जदयू ने 13 और रालोमो ने 6 सीटों पर कुशवाहा उम्मीदवार उतारे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में कुशवाहा मतदाता महागठबंधन की ओर शिफ्ट हो गए थे, जिससे एनडीए को बड़ा झटका लगा था।


एनडीए में सीटों का बंटवारा

एनडीए में बीजेपी, जदयू, लोजपा (रा), हम और रालोमो शामिल हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और जदयू ने 101-101 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं। चिराग पासवान की पार्टी ने 29 और जीतन राम मांझी की हम पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो ने 6-6 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है।


2020 के चुनावों का समीकरण

2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुए थे। पहले चरण में महागठबंधन ने 71 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की थी। एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर हुई थी, जिसमें नीतीश कुमार ने कुछ सीटों की बढ़त के साथ सरकार बनाई थी। पहले चरण में महागठबंधन ने 48 सीटों में से 33 पर आरजेडी, 8 पर कांग्रेस और 7 पर सीपीआईएमएल ने जीत हासिल की थी।


चिराग और कुशवाहा का प्रभाव

पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत का मुख्य कारण चिराग पासवान की एलजेपी और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी थी। हालांकि, इस बार दोनों पार्टियां एनडीए का हिस्सा हैं। जिन 48 सीटों पर महागठबंधन ने जीत हासिल की थी, उनमें से कई सीटों पर एलजेपी और कुशवाहा की पार्टियों के वोटों का महत्वपूर्ण योगदान था।


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