हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में रात भर मूसलाधार बारिश हुई है. यह बारिश शुष्क पश्चिमी हवाओं और नमी से भरी पूर्वी हवाओं के तेज टकराव के कारण हुई है. जिससे कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बन गई. मौसम वैज्ञानिकों ने मंगलवार को इस घटना की जानकारी दी है. बारिश के चलते देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में 500 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं. हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भी भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने तबाही मचाई. यहां एक बस स्टैंड जलमग्न हो गया और इस हादसे में एक परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई.
भारतीय मौसम विभाग देहरादून के क्षेत्रीय प्रमुख सीएस तोमर ने बताया कि हिमाचल और उत्तराखंड में लगातार बारिश की वजह शुष्क पश्चिमी हवाओं और नमी से भरी पूर्वी हवाओं का टकराव है. यह स्थिति अगले 24 घंटे तक बनी रहने की संभावना है.
एक्सपर्ट्स ने क्या कहा?मौसम विशेषज्ञ महेश पलावत ने बताया कि इस क्षेत्र में कोई सिस्टम एक्टिव नहीं है, लेकिन राजस्थान के पास बने प्रति-चक्रवात और पूर्वी हवाओं के कारण इन इलाकों में तेज बारिश हुई है. इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़े हादसों में अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन के कारण हुए हादसे शामिल हैं. सरकारी अंदाजे के अनुसार कुल मिलाकर इस बारिश से अब तक 4,504 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
कई जगह सामान्य से ज्यादा बारिशभारतीय मौसम विभाग ने बताया कि उत्तराखंड में अब तक 1,343.2 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य से 22 प्रतिशत ज्यादा है. वहीं हिमाचल प्रदेश में 1,010.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 46 प्रतिशत अधिक है. आईएमडी ने यह भी बताया कि मानसून 14 सितंबर को उत्तर-पश्चिम भारत से लौटना शुरू हो गया था. अब राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के ज्यादातर हिस्सों से वापस जा चुका है.
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