Normal Salt vs Sendha Namak: भारत की संस्कृति में भोजन सिर्फ पेट भरने का साधन नहीं, बल्कि परंपराओं और आस्थाओं से जुड़ा एक माध्यम है। खासकर व्रत-उपवास में इस्तेमाल होने वाला “सेंधा नमक” साधारण नमक से अलग ही महत्व रखता है। यह न सिर्फ धार्मिक कारणों से खास है बल्कि सेहत के लिहाज से भी इसे साधारण से अच्छा माना जाता है। दिलचस्प बात ये है कि नमक का संबंध सिर्फ खाने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इतिहास में महात्मा गांधी के “नमक सत्याग्रह” जैसे बड़े आंदोलनों में भी यह स्वतंत्रता का प्रतीक बन चुका है। गांधी जयंती का अवसर आने वाला है और ऐसे में सेंधा और साधारण नमक एवं आंदोलन में इसके महत्व के बारे में विस्तार से जानते हैं।
सेंधा नमक Vs साधारण नमक
साधारण नमक जिसे हम टेबल साल्ट कहते हैं, समुद्री जल को केमिकल प्रोसेस और फिल्टर करके तैयार किया जाता है। इसमें आयोडीन और कई बार अन्य केमिकल्स मिलाए जाते हैं, ताकि यह लंबे समय तक खराब न हो। दूसरी ओर, सेंधा नमक नेचुरल तरीके से खनिज खदानों से निकाला जाता है। इसमें किसी तरह की प्रोसेसिंग या केमिकल मिलावट नहीं होती। यही वजह है कि उपवास या धार्मिक अनुष्ठानों में इसका प्रयोग पवित्र और शुद्ध माना जाता है।
व्रत में सेंधा नमक का महत्व
हिंदू परंपराओं में व्रत को शरीर और आत्मा की शुद्धि का माध्यम माना गया है। व्रत के दौरान साधारण नमक का न खाकर सेंधा नमक इसलिए खाया जाता है क्योंकि यह नेचुरल और सात्विक माना जाता है। सेंधा नमक शरीर में एनर्जी बनाए रखता है, पाचन को संतुलित करता है और व्रत के समय कमजोरी से बचाने में मदद करता है।
गांधी जी और नमक आंदोलन का संदर्भ
अगर नमक की ऐतिहासिक अहमियत देखें, तो महात्मा गांधी का 1930 का “नमक सत्याग्रह” सामने आता है। अंग्रेजों ने साधारण नमक पर कर लगाकर आम जनता के जीवन को प्रभावित किया था। गांधी जी ने इसे जनता की आजादी से जोड़ते हुए दांडी यात्रा की और समुद्र से नमक बनाकर अंग्रेजों के कानून को चुनौती दी थी। इस आंदोलन ने दिखा दिया कि साधारण सा दिखने वाला नमक भी जनता की ताकत और अधिकार का प्रतीक बन सकता है। इसी तरह आज व्रत में सेंधा नमक का प्रयोग भी आस्था और शुद्धता का प्रतीक है, जो शरीर और आत्मा दोनों को मजबूत बनाता है।
सेंधा नमक के फायदे सेहत के नजरिए से
सेंधा नमक में मैग्नीशियम, पोटैशियम और कैल्शियम जैसे मिनरल्स होते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, पाचन सुधारने और शरीर की डिटॉक्स प्रोसेस में मदद करता है। वहीं साधारण नमक ज्यादा खाने से हाई ब्लड प्रेशर और वाटर रिटेंशन जैसी समस्याएं बढ़ा सकता है।
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