New Delhi, 3 अक्टूबर . एयर चीफ मार्शल ने Friday को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हमने ऑपरेशन सिंदूर में Pakistan के चार से पांच एफ16 प्लेन मार गिराए थे.
इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने Friday को समाचार एजेंसी आईएएएनएस से बातचीत में कहा कि हम अपनी सेना का सम्मान करते हैं. Pakistan की सेना का हमारी सेना से कोई मुकाबला ही नहीं है. लेकिन, तीन से चार महीने बाद बयान क्यों आते हैं? मुझे लगता है कि एक ही बार में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हमें यह बता देना चाहिए कि युद्ध में हमने किस-किस तरह से Pakistan को नुकसान पहुंचाया है.
उन्होंने कहा कि प्रेसवार्ता में सबकुछ बता देना चाहिए कि हमने Pakistan को किस-किस मोर्चे पर नुकसान पहुंचाया, उसकी कितनी सेना को मार गिराया, या उसके कितने जहाज मार गिराए, ताकि पूरी वस्तु स्थिति साफ हो सके.
उन्होंने आगे कहा कि आज की तारीख में पूरी दुनिया यह सवाल कर रही है कि क्या हमारे राफेल Pakistan में गिराए गए थे या नहीं? सबसे पहले Government को इस पर अपना जवाब स्पष्ट करना चाहिए. अगर राफेल नहीं गिराया गया है, तो जवाब आना चाहिए. Government को देश के सामने यह स्पष्टीकरण देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हम एयर चीफ मार्शल की बातों पर यकीन करते हैं. Pakistan के एफ-16 जरूर गिराए गए होंगे. यह लड़ाई सिर्फ Pakistan से नहीं, बल्कि चीन से भी थी. यह दावा किया जाता है कि चीन इस्लामाबाद में इस बात का उत्सव मना रहा था कि उसने हमारे राफेल गिरा दिए. यही नहीं, इसे दुनियाभर के अखबारों में प्रकाशित भी किया गया. अब अगर यह दावा गलत है, तो Government सामने आकर इसे खारिज करे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह पूरी स्थिति India की विदेश नीति से जुड़ी हुई है. हमें समझना होगा कि आज की तारीख में चीन और तुर्किए Pakistan के साथ खड़े हुए हैं. अजरबैजान भी Pakistan के साथ खड़ा है. हाल ही में सऊदी अरब के साथ Pakistan का समझौता हुआ है, जिसमें यह कहा गया है कि दोनों में से किसी भी मुल्क पर हमला हुआ, तो इसे दोनों देशों पर हमला माना जाएगा. Pakistan अपनी आर्मी का बजट बढ़ा रहा है. अब तक Pakistan अपनी सेना का 20 फीसदी बजट बढ़ा चुका है. ऐसी स्थिति में हमारा विदेश मंत्रालय क्या कर रहा है. हमारे साथ अमेरिका भी खड़ा नहीं है. इसके अलावा, हमारी स्थिति ऐसी बन चुकी है कि चीन हमारा दुश्मन बना हुआ है. इसे लेकर India की विदेश नीति पर सवाल खड़े हो रहे हैं. हमारी सेना तो अपने दुश्मन को माकूल जवाब देने के लिए तैयार है. लेकिन, अगर जिस तरह से हमारी विदेश नीति की विफलता सामने आ रही है, उससे हमारी बदनामी हो रही है.
साथ ही, उन्होंने रूस का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि रूस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगे हुए हैं. उससे कोई भी तेल खरीदने के लिए तैयार नहीं हो रहा है. लेकिन, हम उससे तेल खरीद रहे हैं, जबकि अमेरिका ने भारी भरकम टैरिफ लगाया हुआ है. इसके बावजूद भी हम उससे तेल खरीद रहे हैं. इसी को देखते हुए पुतिन हमारी तारीफ कर रहा है.
कांग्रेस नेता ने बरेली हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि जब उत्तर प्रदेश Government को चौकन्ना होना चाहिए, तब वो सोती रहती है. लेकिन, जुमे की नमाज में यह Government विशेष तौर पर अलर्ट हो जाती है. जब इसकी शुरुआत हुई थी, तब Government क्या कर रही थी? गरीब लोग, निर्दोष लोग, अब चाहे वो हिंदू हों या मुस्लिम, ये सभी लोग बहकावे में आ जाते हैं.
वहीं, राहुल गांधी के ‘लोकतंत्र खतरे में है’ के बयान पर राशिद अल्वी ने कहा कि उन्होंने तो बहुत ही हल्के शब्दों का इस्तेमाल किया है. मैं तो कहूंगा कि लोकतंत्र खतरे में नहीं, बल्कि अब पूरी तरह से खत्म हो रहा है. दो साल तक किसान आंदोलन पर बैठे रहे, लेकिन Government खामोश रही. इससे लोकतंत्र खत्म नहीं हुआ? पहलगाम में आपने बेगुनाहों को जेल में डाल दिया. क्या इससे लोकतंत्र कमजोर नहीं हो रहा है? आप जबरदस्ती वक्फ कानून ला रहे हैं और तीन तलाक जैसे कानून ला रहे हैं. क्या इससे लोकतंत्र कमजोर नहीं हो रहा है? 70 लाख वोटर्स के नाम एसआईआर के नाम पर बिहार में काट दिए गए, क्या इससे लोकतंत्र कमजोर नहीं हो रहा है?
इसके अलावा, कांग्रेस नेता ने ओवैसी के बयान की भी निंदा की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की तुलना मोहम्मद साहब से नहीं की जा सकती है. आखिर ओवैसी को क्या हो गया है? मेरी समझ में आता है कि वे बीजेपी को मजबूत करने का काम कर रहे हैं. मैं ओवैसी के बयान की जितनी निंदा करूं, उतनी कम है. मैं कहता हूं कि ओवैसी को अपने शब्द वापस लेने चाहिए.
–
एसएचके/जीकेटी
You may also like
भारत मजबूत आर्थिक विकास पथ पर, अब सबसे बड़ा आर्थिक केंद्र: आरबीआई के पूर्व उप गवर्नर
अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा प्रतिनिधिमंडल 4 अक्टूबर को जाएगा बरेली, पीड़ित परिवारों से करेगा मुलाकात
ग्वालियर : ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विकास कार्यों की समीक्षा की, सड़कों पर विशेष ध्यान
पहली बार पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र परिसर से बाहर होगा : हरजोत बैंस
राजस्थान में सस्ती हुई बिजली, उपभोक्ताओं को बड़ी राहत – घरेलू, औद्योगिक और कृषि श्रेणियों में घटे एनर्जी चार्ज