New Delhi, 27 सितंबर . राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल के पलक्कड़ में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) श्रीनिवासन हत्या के मुख्य आरोपी शमनाद ईके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. यह मामला देश में प्रतिबंधित पीएफआई के खिलाफ दर्ज एक गंभीर आपराधिक मामले से जुड़ा हुआ है.
शमनाद ईके उर्फ शम्नाद एलिक्कल पर भारतीय दंड संहिता और अन्तरा-राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं. यह सहायक चार्जशीट एनआईए विशेष अदालत, एर्नाकुलम (केरल) में दाखिल की गई है.
शमनाद, जो पिछले तीन वर्षों से फरार था, अप्रैल 2025 में एनआईए की लंबी तलाशी के बाद गिरफ्तार किया गया. एनआईए अब भी इस मामले में अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है.
यह मामला 2022 में पलक्कड़ में पीएफआई के सशस्त्र सदस्यों द्वारा श्रीनिवासन की बेरहमी से हत्या से जुड़ा है. अब तक कुल 71 आरोपियों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें शमनाद 65वें नंबर पर है.
गिरफ्तारी से पहले शम्नाद पर 7 लाख रुपए का इनाम घोषित था. एनआईए के अनुसार, वह प्रतिबंधित पीएफआई के आतंकवादी संगठन का प्रशिक्षित सदस्य था और संगठन की ‘सर्विस विंग’ का हिस्सा था, जो आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता था.
एनआईए की जांच में यह भी पता चला है कि हत्या के पूर्व शमनाद ने मलप्पुरम जिले के कई पीएफआई केंद्रों में हथियार और शारीरिक प्रशिक्षण लिया था. इनमें रंडथानी का मलबार हाउस, मंजरि का ग्रीन वैली और अचिपिलक्कल में पीएफआई कार्यालय शामिल हैं.
एनआईए के अनुसार, श्रीनिवासन की हत्या पीएफआई की उस साजिश का हिस्सा थी जिसका उद्देश्य India में 2047 तक इस्लामिक शासन स्थापित करना था. इस नापाक योजना के तहत पीएफआई ने आतंक फैलाने के लिए कई हिंसक कृत्य अंजाम दिए.
एनआईए इस मामले में सख्ती से जांच कर रही है और सभी आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है. अधिकारियों ने जनता से भी अपील की है कि यदि किसी के पास इस मामले से जुड़ी कोई जानकारी हो तो वह एनआईए के समक्ष प्रस्तुत करें.
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वीकेयू/एससीएच
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