Next Story
Newszop

यूपी : सीएम फेलो के अनूठे प्रयोग ग्रामीण विकास के क्षेत्र में बन रहे मिसाल

Send Push

लखनऊ, 12 मई . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनूठी पहल सीएम फेलो प्रदेश के ग्रामीण विकास के क्षेत्र में नई इबारत लिख रहे हैं. प्रदेश के आकांक्षात्मक विकास खंडों में नियुक्त किए गए सीएम फेलो अपने इनोवेटिव प्रयासों से न केवल मुख्यमंत्री के विजन को साकार कर रहे हैं, बल्कि ग्रामीण विकास के क्षेत्र में नई मिसाल भी रच रहे हैं.

इस क्रम में लखीमपुर जनपद के सीएम फेलो ने स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से कुकरा और जलालपुर गांव के उपस्वास्थ्य केंद्र में प्रसव केंद्र की स्थापना कराकर, गांव और आसपास के क्षेत्रों में इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी की संख्या को 94 प्रतिशत तक पहुंचाया है. वहीं, बलिया, गोरखपुर और बदायूं जनपद के आकांक्षात्मक विकास खंडों के सीएम फेलो ने ऐसे ही इनोवेटिव प्रयोगों से ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और कृषि के क्षेत्र में भी विकास के सफल प्रयोग किए हैं, जो आने वाले समय में प्रदेश की विकास की नीतियों के लिए मिसाल बन रहे हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन और दूरगामी नीति का ही परिणाम है कि प्रदेश के सभी आकांक्षात्मक विकास खंडों में नियुक्त सीएम फेलो अपने इनोवेटिव प्रयोगों से ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि और महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में विकास की नई मिसाल पेश कर रहे हैं.

इसी क्रम में लखीमपुर जनपद के बांकेगंज आकांक्षात्मक ब्लॉक में सीएम फेलो सुरेंद्र दीक्षित ने कुकरा और जलालपुर गांवों के उपस्वास्थ्य केंद्र की 8.50 लाख रुपए से मरम्मत करवाने के साथ प्रसव केंद्र की व्यवस्था को सुदृढ़ किया. इसका परिणाम है कि क्षेत्र में सुरक्षित इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी की संख्या क्रमशः कुकरा ग्राम पंचायत में 77 फीसदी और जलालपुर में 94 फीसदी तक पहुंच गई है. क्षेत्र में सुरक्षित इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी की संख्या 5 से 6 प्रसव प्रतिमाह से बढ़कर वर्तमान में 20 प्रसव प्रतिमाह तक पहुंच गई है, साथ ही धात्री मां और शिशु के स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखना संभव हुआ है.

सबसे अनूठा प्रयोग बदायूं जनपद के सलारपुर ब्लॉक के सीएम फेलो मयंक सिंह ने किया है, उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र और आंगनबाड़ी में संसाधन और फंड की कमी को दूर करने के लिए मधुबनी पेंटिंग के माध्यम से जागरूकता संदेश के बैनर बनाकर जागरूकता भी और आजीविका भी के मंत्र को सफल बनाया.

सीएम फेलो ने महंगे प्रोजेक्टर और बैनर के बजाय स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के सहयोग से मधुबनी पेंटिंग में जागरूकता संदेश के बैनर बनाकर फंडरेज किया. इसकी मदद से 4 आंगनबाड़ी केंद्र के लिए मापन उपकरण खरीदे गए. साथ ही इन जागरूकता संदेशों और अभियान से प्रभावित होकर गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच की पंजीकरण संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है.

सीएम फेलो मयंक सिंह ने बताया कि उनकी पहल से प्रेरित होकर ब्लॉक की मोमिना ने बदायूं के ओडीओपी जरी-जरदोजी का प्रयोग करते हुए स्वास्थ्य जागरूकता के बैनर बनाए और प्रथम पुरस्कार भी प्राप्त किया. आने वाले समय में वह टीबी रोग और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े जागरूकता संदेश के बैनर भी बनवा रही हैं.

गोरखपुर के सीएम फेलो ने क्लस्टर बनाकर काला नमक चावल के उत्पादन और निर्यात में वृद्धि कराई. गोरखपुर के आकांक्षात्मक ब्लॉक ब्रह्मपुर के सीएम फेलो प्रवीण कुमार राव ने 58 हेक्टेयर का क्लस्टर बनाकर काला नमक चावल के उत्पादन और निर्यात में वृद्धि दर्ज की. सीएम फेलो ने एफपीओ के सहयोग से कृषि निर्यात नीति 2019 के तहत क्लस्टर बनाकर काला नमक चावल के बीज के लिए किसानों को 100 रुपए प्रति किलोग्राम की सब्सिडी दिलवाई. साथ ही एफपीओ के माध्यम से 200 किसानों को 10 लाख रुपए तक की सब्सिडी देने का प्रबंध किया. इससे क्षेत्र में काला नमक चावल के उत्पादन में वृद्धि के साथ उसके निर्यात से किसानों की आय में लगभग डेढ़ गुना की वृद्धि दर्ज की गई.

इसी तरह बलिया के सोहवां ब्लॉक के सीएम फेलो बिनोद कुमार जायसवाल ने प्राथमिक विद्यालय नरही में स्मार्ट टीवी के माध्यम से डिजिटल क्लास की सुविधा बच्चों को उपलब्ध करवाई. जिससे सीधे तौर पर स्कूल में बच्चों के पंजीकरण और उपस्थिति में भी वृद्धि दर्ज की गई. मई 2024 तक जहां प्राथमिक स्कूल में 148 बच्चे पंजीकृत थे, वह सितंबर 2024 तक आते-आते 194 बच्चे हो गए, यही नहीं उनकी उपस्थिति भी वर्तमान में 85 प्रतिशत हो गई है.

एसके/एबीएम

Loving Newspoint? Download the app now