बीजिंग, 24 अप्रैल . चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वीडियो लिंक से जलवायु और न्यायपूर्ण ट्रांजिशन शिखर सम्मेलन में भाग लेकर भाषण दिया. उन्होंने बल दिया कि चाहे अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति में कैसे भी बदलाव हों, चीन द्वारा सक्रियता से जलवायु परिवर्तन से निपटने की गति धीमी नहीं होगी, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की कोशिशें कमजोर नहीं होगी और मानवता के साझे भविष्य वाला समुदाय बढ़ाने का अभ्यास नहीं रुकेगा.
उन्होंने कहा कि वर्तमान वर्ष पेरिस संधि की 10वीं वर्षगांठ और संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ है. वर्तमान में विश्व अभूतपूर्व परिवर्तन से गुजर रहा है और मानव नए चौराहे पर आ गया है. इक्के-दुक्के बड़े देशों के एकतरफावाद और संरक्षणवाद के अनुसरण से अंतर्राष्ट्रीय नियमों और व्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ा है, लेकिन इतिहास हमेशा टेढ़े-मेढ़े रूप से आगे बढ़ेगा. अगर हम विश्वास, एकता व सहयोग मजबूत करें, तो हम निश्चय ही विपरीत हवाओं को पराजित कर वैश्विक जलवायु परिवर्तन और विश्व के सभी प्रगतिशील कार्यों को स्थिरता से आगे बढ़ाएंगे.
शी चिनफिंग ने अपने भाषण में चार सूत्रीय सुझाव पेश किए, जिसमें बहुपक्षवाद पर कायम रहना, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग गहराना, न्यायपूर्ण परिवर्तन बढ़ाना और व्यावहारिक कदम मजबूत करना शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि चीन ब्राजील के बेलेम में आयोजित होने वाले यूएन जलवायु परिवर्तन महासभा से पहले सभी आर्थिक सेक्टरों और सभी ग्रीन गैस कवर करने वाले वर्ष 2035 राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान लक्ष्य प्रस्तुत करेगा.
उन्होंने बल दिया कि चीन विभिन्न पक्षों के साथ समान, लेकिन, अलग जिम्मेदारी का पालन कर एकजुट होकर स्वच्छ, सुंदर और सतत विश्व का निर्माण बढ़ाने को तैयार है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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