दोस्तो आज के आधुनिक युग में युवा फोन चलाते हुए देर रात तक जगे रहते हैं और सुबह देर से उठते हैं। ये सब आपको आरामदायक लग सकता हैं, लेकिन ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता हैं, अनियमित नींद आपके स्वास्थ्य और दैनिक उत्पादकता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। आइए जानते है लेट उठने के नुकसानों के बारे में-

1. दिन में थकान और सुस्ती
देर से उठने से शरीर की प्राकृतिक जैविक लय बाधित होती है, जिससे लगातार थकान, ध्यान की कमी और दिन भर की उत्पादकता कम हो जाती है।
2. तनाव और मनोदशा संबंधी समस्याओं में वृद्धि
देर से सोना और देर से उठना आपके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे अवसाद, तनाव और मनोदशा में उतार-चढ़ाव की संभावना बढ़ जाती है।
3. वज़न बढ़ने का ख़तरा
देर से उठने के कारण अनियमित भोजन समय चयापचय को धीमा कर देता है, जिससे वज़न बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।

4. हार्मोनल असंतुलन
नींद में व्यवधान कोर्टिसोल और मेलाटोनिन जैसे हार्मोन को प्रभावित करता है, जो समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को नुकसान पहुँचा सकता है।
5. नींद की खराब गुणवत्ता
देर से सोने से रात की नींद की गुणवत्ता कम हो जाती है, प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर हो जाती है और आप कम ऊर्जावान हो जाते हैं।
6. हृदय और रक्तचाप संबंधी चिंताएँ
एक बाधित जैविक घड़ी आपके हृदय पर दबाव डाल सकती है और रक्तचाप बढ़ा सकती है, जिससे समय के साथ हृदय संबंधी जोखिम बढ़ जाते हैं।
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