By Jitendra Jangid- दोस्तो पिंपल्स किसी की भी खूबसूरती छीन सकते हैं, इनसे ना केवल लड़कियां बल्कि पुरुष भी परेशान रहते हैं, ये न केवल असुविधा का कारण बनते हैं, बल्कि व्यक्ति के आत्मविश्वास को भी कम कर सकते हैं। कई लोग मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए अपना बासी थूक लगाते हैं, जिसको कारगार बताते हैं, लेकिन क्या वाकई में पिंपल पर थूक लगाना सही हैं आइए जानें-

मुंहासों पर थूक लगाने के बारे में जानने योग्य बातें
त्वचा विशेषज्ञों के अनुसार, मुंहासों पर थूक लगाने की सलाह नहीं दी जाती है। इससे त्वचा में संक्रमण और जलन का खतरा बढ़ सकता है।
संवेदनशील त्वचा पर प्रभाव
संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को इस आदत से पूरी तरह बचना चाहिए। थूक से सूजन, लालिमा या चकत्ते भी हो सकते हैं।
एंजाइम की उपस्थिति
लार में लाइसोजाइम नामक एक एंजाइम होता है, जिसमें हल्के जीवाणुरोधी गुण होते हैं। यह मुँहासों का प्रभावी ढंग से इलाज करने के लिए पर्याप्त नहीं है।

जीवाणुजनित जोखिम
हर व्यक्ति के थूक में अलग-अलग प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं। कुछ बैक्टीरिया नुकसान नहीं पहुँचा सकते, जबकि कुछ मुँहासों को बदतर बना सकते हैं।
सभी मुँहासों में जीवाणु नहीं होते
मुँहासे हमेशा बैक्टीरिया के कारण नहीं होते। ये हार्मोनल असंतुलन, तैलीय त्वचा, गंदगी या खान-पान की आदतों के कारण भी हो सकते हैं।
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