मुजफ्फरपुर: बिहार में शुक्रवार रात अहियापुर थाना क्षेत्र के मेडिकल फोरलेन स्थित डॉक्टर्स कॉलोनी में हिस्ट्रीशीटर अजीत राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अजीत अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने उसके किराये के कमरे पर गया था। हत्यारों को इसकी जानकारी पहले से थी। इसके बाद अपराधियों ने उसका पीछा किया और कमरे में ही घुसकर उसे गोलियों से भून दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अजीत चुन्नू ठाकुर गैंग का शूटर भी रह चुका था। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अपराधियों की पहचान करने में जुटी है।
हिस्ट्रीशीटर को गोलियों से भूना अजीत रायमूलरूप से सीतामढ़ी जिले के महिंदवाड़ा थाना क्षेत्र स्थित गौसनगर गुरदह गांव का रहने वाला था। डॉक्टर्स कॉलोनी की उसकी गर्लफ्रेंड ने 15 दिन पहले किराये पर कमरा लिया था। अजीत शुक्रवार रात को उसी के पास आया था। पुलिस ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ रुन्नीसैदपुर, मिठनपुरा के अलावा झारखंड में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। मुजफ्फरपुर में जियालाल चौक के पास उसका पैतृक घर है। अजीत के बड़े भाई सुजीत की मेडिकल शॉप है।
सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही पुलिसवारदात की खबर मिलते ही सदर एसडीपीओ-2 विनीता सिन्हा और अहियापुर थानेदार रोहन कुमार फ्लैट पर पहुंचे। दोनों अफसरों ने मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों से मर्डर केस में जानकारी ली। फिलहाल पुलिस इलाके में आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने में जुटी है। हालांकि अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
पत्नी से थी अनबनमारे गए हिस्ट्रीशीटर अजीत राय का 2011 में विवाह हुआ था। पिछले दो साल से अजीत की अपनी पत्नी से नहीं बन रही थी। इसी बीच वो अपने गांव में ही रहने वाली एक नर्स के संपर्क में आ गया जो SKMCH में काम करती थी। इसके बाद दोनों के बीच संबंध कायम हो गए। हालांकि प्रेमिका ने बाद में नर्स का काम छोड़ दिया और प्राइवेट काम शुरू कर दिया।
पुलिस जांच में कहां तक पहुंची?CCTV फुटेज और पूछताछ के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि अपराधी पहले से ही डॉक्टर्स कॉलोनी में घात लगाए बैठे थे। शायद उन्हें अजीत के मूवमेंट की पहले से ही जानकारी थी और उन्हें अच्छी तरह पता था कि अजीत अपनी प्रेमिका से मिलने आनेवाला है। जैसे ही अजीत गाड़ी से उतर कर प्रेमिका के फ्लैट में गया। पीछे से हत्यारे भी गए। इसके बाद वो कमरे में गए और वहीं पर अजीत को गोलियों से भून दिया। अजीत को सीने और पेट में कुल पांच गोलियां लगीं और उसने वहीं पर दम तोड़ दिया।
अपने दुश्मन को 2015 में ऐसे ही मारा थापुलिस के अनुसार 2015 में अजीत ने एक शख्स रामप्रवेश राय को घेर कर AK 47 से गोलियां बरसाईं थीं। राम प्रवेश भी अजीत की तरह ही अपनी प्रेमिका से मिलने आया था। इस फायरिंग में राम प्रवेश सिंह और उसके ड्राइवर की गाड़ी में ही मौत हो गई थी। इस कांड में चुन्नू ठाकुर, मिथिलेश सिंह और अमित सिंह का नाम सामने आया था। मिठनपुरा में हुई इस वारदात के बाद पुलिस ने अजीत को पकड़ कर जेल भेज दिया था।
हिस्ट्रीशीटर को गोलियों से भूना अजीत रायमूलरूप से सीतामढ़ी जिले के महिंदवाड़ा थाना क्षेत्र स्थित गौसनगर गुरदह गांव का रहने वाला था। डॉक्टर्स कॉलोनी की उसकी गर्लफ्रेंड ने 15 दिन पहले किराये पर कमरा लिया था। अजीत शुक्रवार रात को उसी के पास आया था। पुलिस ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ रुन्नीसैदपुर, मिठनपुरा के अलावा झारखंड में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। मुजफ्फरपुर में जियालाल चौक के पास उसका पैतृक घर है। अजीत के बड़े भाई सुजीत की मेडिकल शॉप है।
सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही पुलिसवारदात की खबर मिलते ही सदर एसडीपीओ-2 विनीता सिन्हा और अहियापुर थानेदार रोहन कुमार फ्लैट पर पहुंचे। दोनों अफसरों ने मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों से मर्डर केस में जानकारी ली। फिलहाल पुलिस इलाके में आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने में जुटी है। हालांकि अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
पत्नी से थी अनबनमारे गए हिस्ट्रीशीटर अजीत राय का 2011 में विवाह हुआ था। पिछले दो साल से अजीत की अपनी पत्नी से नहीं बन रही थी। इसी बीच वो अपने गांव में ही रहने वाली एक नर्स के संपर्क में आ गया जो SKMCH में काम करती थी। इसके बाद दोनों के बीच संबंध कायम हो गए। हालांकि प्रेमिका ने बाद में नर्स का काम छोड़ दिया और प्राइवेट काम शुरू कर दिया।
पुलिस जांच में कहां तक पहुंची?CCTV फुटेज और पूछताछ के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि अपराधी पहले से ही डॉक्टर्स कॉलोनी में घात लगाए बैठे थे। शायद उन्हें अजीत के मूवमेंट की पहले से ही जानकारी थी और उन्हें अच्छी तरह पता था कि अजीत अपनी प्रेमिका से मिलने आनेवाला है। जैसे ही अजीत गाड़ी से उतर कर प्रेमिका के फ्लैट में गया। पीछे से हत्यारे भी गए। इसके बाद वो कमरे में गए और वहीं पर अजीत को गोलियों से भून दिया। अजीत को सीने और पेट में कुल पांच गोलियां लगीं और उसने वहीं पर दम तोड़ दिया।
अपने दुश्मन को 2015 में ऐसे ही मारा थापुलिस के अनुसार 2015 में अजीत ने एक शख्स रामप्रवेश राय को घेर कर AK 47 से गोलियां बरसाईं थीं। राम प्रवेश भी अजीत की तरह ही अपनी प्रेमिका से मिलने आया था। इस फायरिंग में राम प्रवेश सिंह और उसके ड्राइवर की गाड़ी में ही मौत हो गई थी। इस कांड में चुन्नू ठाकुर, मिथिलेश सिंह और अमित सिंह का नाम सामने आया था। मिठनपुरा में हुई इस वारदात के बाद पुलिस ने अजीत को पकड़ कर जेल भेज दिया था।
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