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तेंदुए ने की बैलगाड़ी की सवारी! नजारा देख हर कोई हैरान, वन विभाग ने दी सफाई

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बड़वानी: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में तेंदुए ने किसान पर हमला किया था। तेंदुए को मंगलवार को वन विभाग की टीम ने पकड़ कर पिंजरे में बंद कर दिया गया। अधिक बारिश के चलते तेंदुए के पिंजरे को बैलगाड़ी पर रखकर वन विभाग के दफ्तर लाया गया। जिसने भी बैलगाड़ी पर पिंजरे को देखा वह दंग रह गया।





महिला पर कर दिया तेंदुए ने हमला

दरअसल, तेंदुए ने बड़वानी जिले के खेतिया में किसान पर हमला किया था। वन विभाग की टीम ने तेंदुए का रेस्क्यू किया। उधर राजपुर क्षेत्र में एक तेंदुए ने महिला पर हमला कर उसे घायल कर दिया है। सेंधवा के डीएफओ आई एस गडरिया ने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर पानसेमल रेंज की मल्फा बीट में पिंजरा लगाया गया था। उसी में तेंदुआ फंस गया।





भारी बारिश के चलते बैलगाड़ी पर लाया गया

उन्होंने बताया कि भारी बारिश के चलते पिंजरा को वहां से ले जाना संभव नहीं था। इसलिए वन विभाग ने बैलगाड़ी का उपयोग किया। तेंदुए सहित पिंजरे को बैलगाड़ी पर लादकर वन विभाग के ऑफिस लाया गया। उसका मेडिकल परीक्षण करने पर वह 7 साल का एडल्ट नर तेंदुआ पाया गया। उसे जंगलों में छोड़ा जा रहा है।





महिला का अस्पताल में चल रहा इलाज

डीएफओ ने बताया कि 25 अगस्त की शाम खेतिया के समीप टेमली गांव में तेंदुए ने राजू बागुल पर हमला कर उसे घायल कर दिया था। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था और क्षेत्र में दो ट्रैप कैमरे और दो पिंजरे स्थापित किए गए थे। उधर बड़वानी जिले के राजपुर क्षेत्र के इंदलपुर गांव में सोमवार शाम तेंदुए ने हमला कर एक महिला को घायल कर दिया। यह वही गांव है जहां करीब एक पखवाड़े पहले तेंदुए ने 8 साल के बच्चे को मार डाला था।





कलेक्टर ने दिया है निर्देश

बड़वानी कलेक्टर काजल जावला ने बताया कि खेत में अन्य महिलाओं के साथ बैठी 35 वर्षीय चंदू बाई को पीछे से तेंदुए ने अटैक करके घायल कर दिया। उन्होंने बताया कि गनीमत यह रही कि हमला बहुत जोरदार नहीं था। उन्होंने बताया कि बड़वानी के डीएफओ और राजपुर के एसडीएम को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। चंदू बाई को राजपुर के शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां से उसे एहतियात के तौर पर जिला अस्पताल लाया गया है। अब वह खतरे से बाहर है।





बकरी का भी किया था शिकार

बड़वानी के डीएफओ आशीष बंसोड़ ने तेंदुए की पुष्टि करते हुए कहा कि उसके स्पष्ट पग मार्क भी मिले हैं। इंदलपुर गांव के ही के एक अन्य फलिये में 17 अगस्त को तेंदुए ने 8 साल के बच्चे को मार डाला था। इस घटना के कुछ दिन बाद एक बकरी का भी शिकार किया गया था।





एक मादा और उसका शावक घूम रहे

डीएफओ ने बताया कि इस क्षेत्र में लगातार एक मादा और उसके शावक घूम रहे हैं। लेकिन हो सकता है यह तेंदुआ 17 अगस्त को बच्चे को मारने वाले तेंदुए से अलग हो। उन्होंने बताया कि लेक्टेटिंग मदर ज्यादा शिकार करती है।





तेंदुए को पकड़ने के लिए इंदौर से बुलाई टीम

उन्होंने बताया कि बच्चे को तेंदुए द्वारा मारे जाने के बाद इंदौर से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया था, लेकिन सफलता नहीं मिलने के चलते वापस भेज दिया गया था। घटना के बाद फिर से इंदौर की रेस्क्यू टीम को बुलाया गया है, इसके अलावा बड़वानी से भी एक टीम इंदलपुर क्षेत्र में भेजी गई है। यहां चार कैमरा ट्रैप और तीन पिंजरे लगाए गए हैं। अब यह संख्या बढ़ाई जा रही है। ग्रामीणों के भयभीत होने की स्थिति में उन्हें घर से बाहर अकेले नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

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