विकास का लिस्ट का लेकर आ गए नित्यानंदनित्यानंद राय ने कहा कि 20 साल का लेखा-जोखा करने वो उनके घर भी जाएंगे। बिहार खाद्य प्रसंस्करण का हब बन चुका है। खगड़िया के प्रिस्टिन मेगा फूड पार्क शुरू हो चुका है, वहीं मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में मेगा फूड पार्क बनकर तैयार है। एनडीए सरकार ने मखाना, लीची, केला, आम, चावल आदि पर आधारित 10,000 से ज्यादा प्रोसेसिंग यूनिट्स शुरू कराई। 2000 करोड़ से ज्यादा निवेश और आधुनिक टेस्टिंग लैब से अब स्थानीय उत्पाद वैश्विक बाजार में पहुंच रहे हैं।
माइक्रो फूड प्रोसेसिंग योजना में नंबर वनउन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री माइक्रो फूड प्रोसेसिंग योजना के क्रियान्वयन में बिहार पूरे देश में नंबर वन राज्य है। वर्ष 2023-24 में 10,284 इकाइयों को स्वीकृति प्रदान कर 158 फीसदी लक्ष्य हासिल किया गया। 2024-25 के वित्तीय वर्ष में बिहार ने 10,296 आवेदन मंजूर किए और 6,589 इकाइयों को ऋण दिया गया। बिहार में 89 स्थानों पर वेजिटेबल फेडरेशन को पैसे दिए गए हैं। 10 टन कोल्ड स्टोरेज, 20 टन के गोदाम और कार्यालय के लिए 89 जगहों पर काम चल रहा है। भागलपुर और बांका में भी वेजिटेबल फेडरेशन बन चुका है। एनडीए सरकार ने बीते पांच वर्षों में 50 लाख युवाओं को रोजगार दिया है। अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य है।
तेजस्वी यादव जी, आपको ज्ञान की कमी है। आपको बिहार का विकास दिखाई नहीं दे रहा है। आप सिर्फ भ्रम फैला रहे हैं। हकीकत आपके सामने है 👇
— Nityanand Rai (@nityanandraibjp) September 8, 2025
1. फूड प्रोसेसिंग
:तेजस्वी यादव जी आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अपना बिहार खाद्य प्रसंस्करण का हब बन चुका है। खगड़िया में प्रिस्टीन मेगा फूड…
दुबई से यूरोप तक बिक रहे बिहार के प्रोडक्टनित्यानंद राय ने डेयरी की चर्चा करते हुए कहा कि 2001 में जहां बिहार के लोग 88 ग्राम दूध पिया करते थे, वहीं आज प्रति व्यक्ति 400 ग्राम दूध पीते हैं। साल 2004-05 में बिहार में दूध का कुल प्रोडक्शन 47.43 लाख टन से बढ़कर 128.52 लाख टन हो चुका है। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि आज बिहार इंडस्ट्रियल क्लस्टर में तब्दील हो चुका है। बिहार में 56 इंडस्ट्रियल एरिया और 12 पार्क बनकर तैयार हैं। भागलपुरी सिल्क, मधुबनी पेंटिंग, टिकुली, आर्ट को जीआई टैग मिला है और इससे 40,000 से ज्यादा बुनकरों को सीधे तौर पर लाभ होगा। ‘बिहार हैंडलूम ब्रांड’ के जरिए 100 से ज्यादा प्रोडक्ट अब दुबई से यूरोप तक बिक रहे हैं।
बिहार में नौकरियों की बाहर है- नित्यानंदपर्यटन के क्षेत्र में उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आगे कहा कि बिहार आज बुद्ध पर्यटन की राजधानी के रूप में पूरी दुनिया में मशहूर है। बोधगया में सालाना 10 लाख विदेशी पर्यटक आ रहे हैं, वहीं 2023 में 15 लाख घरेलू और 11 लाख विदेशी पर्यटक आए थे। उन्होंने कहा कि पहले नौकरी मतलब घोटाला, अब नौकरी मतलब मेरिट। बीपीएससी-बीएसएससी ऑनलाइन परीक्षा पारदर्शी है। पिछले 5 साल में 3.5 लाख शिक्षक, 30,000 मेडिकल स्टाफ, और 40,000 पुलिस बल की नियुक्ति राज्य सरकार ने की। जहां 2005 में नौजवानों का पलायन 11 प्रतिशत था, वहीं 2025 में घटकर मात्र 2 प्रतिशत पलायन रह गया है।
9. पलायन
— Nityanand Rai (@nityanandraibjp) September 8, 2025
राबड़ी-लालू राज में बिहारी को मजबूरी में पलायन करना पड़ा। जहां 2005 में नौजवानों का पलायन 11 % था वही 2025 में घटकर मात्र 2% पलायन रह गया है। बिहार के बाहर जहां 57 लाख लोग रहते हैं उसमें से 5 लाख छात्र पढ़ाई करने की खातिर बिहार से बाहर है। साफ है कि पलायन घट रहा है और…
बिहार में बंद उद्योगों को चालू करायाभाजपा नेता ने कहा कि राजद राज में चीनी मिल, जूट मिल सब बंद हो गए थे। उद्योग धंधा चौपट हो गया था। एनडीए के दौर में बरौनी कारखाना को दोबारा चालू कराया गया। 10 चीनी मिल चल रहे हैं। आज मधेपुरा लोकोमोटिव और मढ़ौरा डीजल प्लांट काम कर रहे हैं। पिछले 5 साल में 83,758 करोड़ रुपये की लागत से 3,919 यूनिट उद्योग धंधे चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में मछली उत्पादन 2.68 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 9.6 लाख मीट्रिक टन हो चुका है, जो पिछले 20 वर्षों में तीन गुना से अधिक की वृद्धि है।
𝟐𝟎 वर्षों से बिहार और 𝟏𝟏 वर्षों से केंद्र में नीतीश-मोदी की सरकार रहने के बावजूद 𝐍𝐃𝐀 सरकार ने बिहार को बेरोजगारी,पलायन और गरीबी का मुख्य केंद्र बना दिया है। यह मैं नहीं साल दर साल भारत सरकार की नीति आयोग की रिपोर्ट कह रही है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 8, 2025
टेक्नोलॉजी, उदारीकरण और 𝐀𝐈 के दौर के…
नौटंकी-ड्रामा नहीं करने की नसीहतउन्होंने राजद नेता को घेरते हुए कहा, 'तेजस्वी यादव, आपसे विनम्र अनुरोध है कि सवाल पूछने से पहले आईना देख लिया कीजिए...आपके पिताजी और माताजी के शासनकाल में जो जंगलराज, गुंडाराज, भ्रष्टाचार और नरसंहार राज और भुखमरी से बिहार कराह रहा था, उसी बिहार ने एनडीए सरकार में एथेनॉल-आईटी पार्क, फूड प्रोसेसिंग, डेयरी, टूरिज्म तक हर तरफ तरक्की ही तरक्की की है। लेकिन, राजद की पहचान ड्रामा और नौटंकी है और वही ड्रामा और नौटंकी करके बिहार के लोगों को आप गुमराह करने की जो कोशिश कर रहे हैं, उसमें आपको कभी कोई सफलता नहीं मिलने वाली।'
इनपुट- आईएएनएस
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