अब बात जब श्रृंगार की हो रही है, तो हमें इसे सही तरह करना भी आना चाहिए। अगर हम राधा रानी का श्रृंगार सही तरह से नहीं करेंगे, तो पूजा सफल कैसे होगी। वैसे, तो हमारी राधा रानी इतनी भोली हैं कि वो भक्त की बस पवित्र भावना से ही प्रसन्न हो जाती हैं। मगर फिर भी हमें कोशिश करनी चाहिए कि पूजन के समय कोई भूल-चूक ना हो जाए। यही कारण है कि इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने वाले हैं, जिसे श्रृंगार के दौरान लोग अक्सर भूल जाते हैं।
कौन सी है ये लाल चीज?
बता दें कि हैडलाइन से लेकर अभी तक, हम जिस स्टेप की बात कर रहे हैं, वो आलता लगाने का है। ये लाल चीज कुछ और नहीं बल्कि लाल रंग का आलता है, जो आपने अक्सर महिलाओं को पैरों और हाथों में लगाए हुए देखा होगा।
इस स्टेप में आपको कुछ अलग से नहीं करना है, बस घर पर श्रृंगार करते हुए राधा रानी के हाथ और पैरों पर आलता भी लगाना है। आप चाहें, तो राधा अष्टमी के दिन बचे हुए आलते को अपने हाथ-पैरों पर भी लगा सकते हैं। आइए अब इस बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
घर पर ही बना लें आलता
जी हां, आपको बाजार से केमिकल वाला आलता लेने की कोई जरूरत नहीं है। आप चाहे, तो आलता या महावर को घर पर भी बना सकते हैं। आपके एफर्ट्स कोई और देखे ना देखे राधा रानी जरूर देखेंगी और प्रसन्न होंगी।
साथ ही, घर पर आलता बनाकर आप केमिकल से त्वचा को होने वाले नुकसानों से बचा सकते हैं। इससे राधा रानी का आशीर्वाद भी मिल जाएगा और आप त्वचा की भी अच्छी तरह से रक्षा कर सकते हैं। बता दें कि आलता बनाने की विधि @somritabiswas9646 नाम के यूट्यूब चैनल पर बताई गई है।
आलता बनाने में इस्तेमाल सामग्री

- चीनी
- चायपत्ती
- पानी
- सिंदूर
- नारियल तेल
(नोट: आप सामग्री की मात्रा अपने हिसाब से तय कर सकते हैं)
आलता बनाने की विधि
घर पर आलता बनाने के लिए आपको सबसे पहले एक पैन में चीनी और चायपत्ती को मिला लें। अब इस पैन के बीच में एक खाली कटोरी को रखें। इसके ऊपर परात रखनी है और परत में पानी भर कर रखना है। इसके बाद आखिरी स्टेप में आपको परात को भी एक प्लेट से ढक लेना है। इससे कटोरी में काले रंग का लिक्विड दिखने लगेगा। अब आपको कटोरी के काले पानी में सिन्दूर मिलाकर आलता तैयार कर लेना है।
आलता के फायदे
https://www.youtube.com/shorts/vBkAOMUlKRg
आलता लगाने का महत्व?
इंटरनेट पर मौजूद जानकारी मुताबिक, आलता लगाना सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक और फिजिकली भी अच्छा होता है। इससे घर में शुभता, समृद्धि और सौभाग्य आता है। इसके अलावा, धार्मिक अनुष्ठानों और त्यौहारों में भी इसे लगाए बिना 16 श्रृंगार पूरा नहीं होता है। वहीं, बात करें सेहत की तो ये पैरों को नमी देता है और सूजन कम करता है।
(डिस्क्लेमर: लेख में दिए गए नुस्खे की जानकारी व दावे पूरी तरह से यूट्यूब पर प्रकाशित वीडियो पर आधारित हैं। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। किसी भी तरह के नुस्खे को आजमाने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)
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