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भिखारियों को रेस्क्यू करने गई टीम पर हमला, कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जान बचाने के लिए भागते रहे

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लखनऊ: राजधानी में बच्चों से भिक्षावृत्ति करवाने वालों ने सोमवार को बंगला बाजार चौराहे पर रेस्क्यू टीम पर हमला कर दिया। लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से लैस हमलावरों ने कर्मचारियों को दौड़ाकर पीटा। एक कर्मचारी को चौराहे से घसीटते हुए ले गए। महिला कर्मचारी पर भी हमला किया। मामले की जानकारी होते ही प्रोबेशन अधिकारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और कर्मचारियों को बचाया। एक कर्मचारी को काफी चोटें आई हैं। आशियाना थाने में हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। बंगला बाजार चौराहा भिखारियों का बड़ा अड्डा है। चौराहे के पीछे ही झुग्गियों में कई परिवार रहते हैं। ये लोग खुद भीख मांगते हैं और बच्चों से भी मंगवाते हैं। भिक्षावृत्ति से जुड़े लोगों को रेस्क्यू करने टास्क फोर्स की दो टीमें बंगला बाजार चौराहे पहुंचीं। वन स्टॉप सेंटर इंचार्ज अर्चना, चाइल्ड लाइन संरक्षण अधिकारी सूर्यकांत चौरसिया की टीम भी थी। टीम ने भीख मांग रहे पांच बच्चों को रेस्क्यू किया और कैंट रोड स्थित महिला समाज कल्याण कार्यालय में ले गई। ड्राइवर ने सूझबूझ से महिला कर्मचारी को बचायादूसरी टीम अन्य लोगों को रेस्क्यू करने का प्रयास कर रही थी। रेस्क्यू बच्चों में झुग्गी में रहने वाली आरती का बेटा कृष्णा भी था। इसकी जानकारी होते ही आरती ने बस्ती के लोगों को इकट्ठा किया। सभी लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी लेकर आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उन लोगों ने चाइल्ड लाइन संरक्षण अधिकारी सूर्यकांत और एक महिला कर्मी को घेर कर पीटना शुरू कर दिया। टास्क फोर्स की गाड़ी के ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए महिलाकर्मी को छुड़ाया और हटाकर ले गए। पीटा और फिर घसीटाप्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तब तक बाकी हमलावरों ने कर्मचारी सूर्यकांत को घेर लिया और लाठी-डंडों से हमला कर दिया और चौराहे पर घसीटने लगे। जानकारी मिलने पर समाज कल्याण के जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह पुलिस के साथ पहुंचे और सूर्यकांत को छुड़ाया। घायल कर्मचारी को लोकबंधु हॉस्पिटल ले जाया गया। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि हमलावरों में बंगला बाजार की झुग्गी में रहने वाली आरती, सहजराम, अवधराम और मंशाराम समेत अन्य शामिल थे। आशियाना थाना प्रभारी इंस्पेक्टर छत्रपाल सिंह का कहना है कि हमलावरों को तलाशने के लिए पुलिस की टीमें गठित की गई हैं। वहीं, आरोपित महिला आरती ने रेस्क्यू टीम पर झोपड़ियों में घुसकर अभद्रता करने के आरोप लगाए हैं। कई दिन से घेरने की तैयारी में थेजिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि हमला करने वाले चौराहे के पीछे बस्ती में रहते हैं। वही से हमलावरों के नाम पता चले। रेस्क्यू टीम बार-बार आ रही थी तो भीख मंगवाने वालों ने टीम पर हमले की योजना पहले ही बना ली थी। स्थानीय नेता ने उकसायाटास्क फोर्स के कर्मचारियों पर हमले का मास्टरमाइंड उसी इलाके का एक छुटभैया नेता है। कर्मचारियों ने बताया कि भिखारियों के परिवारीजन और अज्ञात हमलावरों को उकसाकर उसी ने हमला करवाया है। वह जान से मार डालने के लिए भी उकसा रहा था। छानबीन में सामने आया है कि हमला करवाने का आरोपी एक विधायक का करीबी है। भिखारियों और उनके परिवारीजनों का वोट हासिल करने के चक्कर में उसी ने कर्मचारियों पर हमला करवाया है। प्रत्यक्षदर्शी ने हमलावरों को ललकारते हुए उसकी फोटो भी खींच ली है।
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