महिलाओं को अपने जीवन में कई पड़ाव से होकर गुजरना पड़ता है। पीरियड्स से लेकर मेनोपॉज उम्र के हर मोड़ पर उन्हें कई सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। 50 एक ऐसी उम्र है, जिस दौरान महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिस वजह से उन्हें वजन बढ़ना, हड्डियों का घनत्व कम होना, स्किन में बदलाव, चिंता और तनाव और मूड स्विंग्स जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि यह मेनोपॉज की उम्र मानी जाती है। मेनोपॉज वह समय है जब एक महिला लगातार 12 महीनों तक बिना पीरियड्स के रहती है। यह उम्र बढ़ने का एक स्वाभाविक हिस्सा है और यह आपके रिप्रोडक्टिव सालों के अंत का प्रतीक होता है। अधिकतर महिलाएं 45 से 55 वर्ष की उम्र के बीच रजोनिवृत्ति यानी मेनोपॉज का अनुभव करती हैं।
मेनोपॉज में, महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है, जिससे शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के बदलाव आते हैं। साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस और हार्ट से संबंधित कुछ बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में ये सही उम्र है उनकी डाइट में कुछ सुपरफूड्स को शामिल करने का। इसके जरिए उन्हें स्वस्थ और फिट रखा जा सकता है। आइए जानते हैं 50 के बाद महिलाओं की डाइट में किन नट्स और सीड्स को शामिल करना लाभदायक साबित हो सकता है।
Photos- Freepik
50 के बाद महिलाओं को क्या खाना चाहिए?
नवनीत रामप्रसाद (Navneeth Ramprasad), जो कि Praan के फाउंडर हैं और लोगों को क्रोनिक डिसऑर्डर को मैनेज करने में मदद करते हैं, ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर उन 5 चीजों के बारे में बताया है, जिन्हें अपनी मां की डाइट में 50 के बाद शामिल कर लेना चाहिए। जैसे कि-
भीगे हुए बादाम (Soaked Almonds)

भीगे हुए बादाम, सुबह सबसे पहले अपनी मां को खिलाएं। ये न केवल उनकी त्वचा के लिए अच्छे हैं बल्कि उनकी हड्डियों को कैल्शियम और विटामिन ई देते हैं, जिनकी उन्हें सख्त जरूरत होती है।
देखें वीडियो
फ्लैक्स सीड्स (Flax seeds)
फ्लैक्स सीड्स को पीसकर दही में मिलाएं और नाश्ते के रूप में उन्हें दें। ओमेगा 3 और लिग्निन से भरपूर, ये छोटे बीज उनके हार्मोन को संतुलित करने में मदद करते हैं, हॉट फ्लैशेस को कम करते हैं और उनके दिल के स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं।
कद्दू के बीज (Pumpkin seeds)
ताजे फलों के साथ मिड मॉर्निंग में कद्दू के बीज का महिलाओं को इसका सेवन करना चाहिए। मैग्नीशियम और जिंक से भरपूर, ये सीड्स उन्हें बेहतर नींद देने में मदद करते हैं, जोड़ों के दर्द को कम करते हैं और एंग्जायटी को नेचुरली कम करते हैं।
अखरोट (Walnuts)
इसके अलावा अखरोट को भी 50 के बाद महिलाओं की डाइट में शामिल करना चाहिए। इसे शाम की चाय के साथ दो हिस्से दें। ये सिर्फ ब्रेन फूड नहीं हैं, बल्कि ये इंफ्लेमेशन फाइटर्स भी होते हैं।
तिल के बीज (Sesame seeds)

तिल को अधिकतर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन इसके सेवन से आपको कई सारे लाभ मिल सकते हैं। सोते समय सिर्फ 1 चम्मच तिल एस्ट्रोजेन बैलेंस, कैल्शियम अब्जॉर्प्शन का समर्थन करता है।डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
You may also like
चीकू की खेती: कम मेहनत में अधिक मुनाफा
कब्ज से राहत पाने के उपाय और इसके कारण
इंदौर में स्थापित होगी स्वामी विवेकानंद की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा
प्रसिद्ध मेकअप आर्टिस्ट विक्रम गायकवाड़ का निधन, फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर
मुझे मोदी जी पर भरोसा है...मुजफ्फराबाद तक पूरा कश्मीर हमारा होगा, पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर तो निशिकांत दुबे ने कही यह बात