बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत बिलासपुर जिले में इसका नया चरण शुरू हो गया है। उज्ज्वला योजना 3.0 शुरुआत बुधवार से की गई है। इस फेज में बिलासपुर जिले के 13,761 गरीब परिवारों को फ्री गैस सिलेंडर का लाभ मिलेगा। जिले में इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मंथन सभागार में बैठक आयोजित की गई, जिसमें गैस एजेंसी संचालकों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
कलेक्टर के निर्देश पर हुई बैठक
कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश पर आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर ने की। बैठक में जिले के विभिन्न गैस कंपनियों की 30 से अधिक एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। खाद्य नियंत्रक ने बताया कि इस वर्ष जिले को 13,761 नए लाभार्थियों को उज्ज्वला योजना का लाभ देने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि शिविर लगाकर पात्र हितग्राहियों के आवेदन स्वीकार किए जाएंगे और कनेक्शन वितरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और जवाबदेह बनाया जाएगा।
कोई पात्र वंचित नहीं रहे
अमृत कुजूर ने अधिकारियों और एजेंसी संचालकों को निर्देश दिए कि योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि कोई भी पात्र परिवार लाभ से वंचित न रह जाए। उन्होंने कहा कि आवेदन प्रक्रिया में पात्र हितग्राहियों के दस्तावेजों का सत्यापन पंचायत स्तर पर समन्वय स्थापित कर किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने खाद्य विभाग के अधिकारियों को आवेदन और फॉलोअप की प्रक्रिया को तेज करने तथा निर्धारित समय सीमा में 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए।
नए आवेदन प्रस्तुत होंगे
नई गाइडलाइन के अनुसार, लाभार्थियों को नए आवेदन प्रस्तुत करने होंगे और जानकारी के सत्यापन के बाद ही गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा। खाद्य नियंत्रक ने यह भी बताया कि योजना के अंतर्गत वितरण की जानकारी ग्राम पंचायतों के सूचना पटल और स्थानीय माध्यमों के जरिए सार्वजनिक की जाएगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
स्वच्छ ईंधन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा
खाद्य नियंत्रक ने कहा कि उज्ज्वला योजना के अंतर्गत वितरण की जानकारी ग्राम पंचायतों में सूचना पटल एवं स्थानीय माध्यमों से सार्वजनिक की जाएगी, ताकि कोई पात्र परिवार योजना से वंचित न रह जाए। यह योजना महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार, स्वास्थ्य सुरक्षा और स्वच्छ ईंधन के उपयोग को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
कलेक्टर के निर्देश पर हुई बैठक
कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश पर आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर ने की। बैठक में जिले के विभिन्न गैस कंपनियों की 30 से अधिक एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। खाद्य नियंत्रक ने बताया कि इस वर्ष जिले को 13,761 नए लाभार्थियों को उज्ज्वला योजना का लाभ देने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि शिविर लगाकर पात्र हितग्राहियों के आवेदन स्वीकार किए जाएंगे और कनेक्शन वितरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और जवाबदेह बनाया जाएगा।
कोई पात्र वंचित नहीं रहे
अमृत कुजूर ने अधिकारियों और एजेंसी संचालकों को निर्देश दिए कि योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि कोई भी पात्र परिवार लाभ से वंचित न रह जाए। उन्होंने कहा कि आवेदन प्रक्रिया में पात्र हितग्राहियों के दस्तावेजों का सत्यापन पंचायत स्तर पर समन्वय स्थापित कर किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने खाद्य विभाग के अधिकारियों को आवेदन और फॉलोअप की प्रक्रिया को तेज करने तथा निर्धारित समय सीमा में 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए।
नए आवेदन प्रस्तुत होंगे
नई गाइडलाइन के अनुसार, लाभार्थियों को नए आवेदन प्रस्तुत करने होंगे और जानकारी के सत्यापन के बाद ही गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा। खाद्य नियंत्रक ने यह भी बताया कि योजना के अंतर्गत वितरण की जानकारी ग्राम पंचायतों के सूचना पटल और स्थानीय माध्यमों के जरिए सार्वजनिक की जाएगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
स्वच्छ ईंधन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा
खाद्य नियंत्रक ने कहा कि उज्ज्वला योजना के अंतर्गत वितरण की जानकारी ग्राम पंचायतों में सूचना पटल एवं स्थानीय माध्यमों से सार्वजनिक की जाएगी, ताकि कोई पात्र परिवार योजना से वंचित न रह जाए। यह योजना महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार, स्वास्थ्य सुरक्षा और स्वच्छ ईंधन के उपयोग को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
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