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'मैं रो कर उनसे बेटी के लिए गुहार लगा रहा था', पवन सिंह के ससुर बोले- ज्योति ने तपस्या की, वैसी आपको नहीं मिलेगी

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भोजपुरी एक्टर और बीजेपी नेता पवन सिंह इन दिनों अपने गाने या फिल्मों को लेकर नहीं बल्कि अपनी पत्नी ज्योति सिंह के साथ उठापटक को लेकर खबरों में हैं। एक तरफ जहां ज्योति सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का मना बना लिया है वहीं खबर है कि उनके पिता ने पवन सिंह के पैरों में गिरकर अपनी बेटी के लिए गुहार लगाई है।



भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह की पारिवारिक कलह से जुड़ा ये विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। एक तरफ जहां बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर खबर आई कि पवन सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया वहीं दूसरी तरफ ज्योति सिंह के पिता रामबाबू सिंह का बयान सामने हैं। कहा जा रहा है कि ज्योति ने ये दावा किया कि वो चुनाव लड़ कर रहेंगी।



'मेरी बेटी को विधायक बना दीजिए, इसमें कितनी सच्चाई'

'आज तक' की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्योति के पिता रामबाबू सिंह से ये सवाल किया गया कि पवन सिंह का एक वीडियो सामने आया था, जिमसें वो कह रहे थे कि आपने उनसे कहा है कि मेरी बेटी को विधायक बना दीजिए, इसमें कितनी सच्चाई है? इस सवाल पर रामबाबू ने जवाब में कहा, 'मैं इतना ही कहना चाहूंगा कि ये तीन महीने पहले की बात है, तब मैं लखनऊ गया था। वहीं पहुंचने के बाद मुझे भी घर में घुसने नहीं दिया जा रहा था, लेकिन मैं जबरदस्ती घर में घुस गया।'



कहा- मैं रो-रोकर उनसे गुहार लगा रहा था

उन्होंने आगे कहा, 'मैं पवन जी से ये कहना चाहता हूं कि आप कितना झूठ बोलेंगे, आपने ये क्यों नहीं बोला कि रामबाबू मेरे पैरों में गिरकर अपनी बेटी को रखने की जिद कर रहे थे। मैं रो-रोकर उनसे गुहार लगा रहा था कि सब भूल जाइए। मैंने कहा- आपके लिए ज्योति ने तपस्या की, लोकसभा चुनाव में प्रचार किया, आप एसी में सोए रहते थे, मैं भी आपके साथ प्रचार में गया था। ज्योति ने दिन-रात उनके लिए चुनाव प्रचार किया और मैं वो देखकर काफी खुश हुआ कि चलो अब दोनों एक हो जाएंगे।'



'मेरी बेटी जैसी अब आपको नहीं मिलेगी'

जब रामबाबू सिंह से पूछा गया कि क्या उन्हें उस समय लगा था कि पवन और ज्योति एक हो जाएंगे? इस पर उन्होंने जवाब दिया, 'मैंने ज्यादा मेहनत नहीं की थी लेकिन ज्योति ने काफी की और वहां के लोग उसकी चिंता कर रहे थे। मेरी बेटी जैसी अब आपको नहीं मिलेगी, वो उसे खो चुके हैं। उसे खोने में बहुत बड़ा हाथ पवन सिंह का है।'



ज्योति सिंह ने चुनाव क्यों लड़ने का फैसला क्यों लिया?

उनसे ये भी पूछा गया कि ज्योति सिंह ने चुनाव क्यों लड़ने का फैसला क्यों लिया? इस पर रामबाबू ने कहा, 'उसने चुनाव हारने के बाद एक पोस्ट की थी कि अभी बहुत दमखम है, अभी हम हारे नहीं हैं और जब वो ऐसा बोल दी, तो वहां (काराकाट) के लोगों ने बुलाया कि पवन सिंह नहीं आ रहे तो आप आइए।'



'कोई पार्टी टिकट नहीं देगा तो मैं निर्दलीय ही चुनाव लड़ूंगीं'

रामबाबू सिंह ने कहा कि ज्योति सिंह ने चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है कि वो चुनाव लड़ेंगी। हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि वो किस पार्टी से लड़ेंगी। उनके पिता ने ये भी कहा है कि उसने मुझसे कहा है कि अगर कोई पार्टी टिकट नहीं देगा तो मैं निर्दलीय ही चुनाव लड़ूंगीं।

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