अगली ख़बर
Newszop

प्रणित मोरे ने अभिषेक बजाज को क्यों नहीं बचाया? अशनूर से दोस्ती, वैल्यूज छोड़िए, कहीं असल वजह ये तो नहीं!

Send Push
बिग बॉस के इतिहास में ऐसे कई एविक्शन हुए जिसने लोगों को तोड़कर रख दिया, इनमें से ही एक था 'बिग बॉस 19' में अभिषेक बजाज का घर से बेघर होना। उनके जाते ही फैंस की नाराजगी सोशल मीडिया पर साफ दिखने लगी। हर कोई यही सवाल कर रहा है कि आखिर प्रणित ने ये फैसला क्यों लिया अगर उन्हें क्राइटेरिया बताया गया था। अभिषेक के गेम की बात करें तो पहले दिन से ही वो सबसे दमदार और एक्टिव कंटेस्टेंट्स में से एक थे। किसी के बस की बात नहीं थी कि उन्हें नी आसानी से निकाला जा सके। ऐसे में अभिषेक का जाना उनके चाहने वालों को खाए जा रहा है।

सलमान ने प्रण‍ित को हिंट भी दिया था कि शो में कंट्रीब्‍यूशन को देखते हुए ही उन्हें फैसला लेना है, जिसने दर्शकों के लिहाज से ज्यादा मनोरंजन किया, उसे बचाएं, फिर भी प्रण‍ित ने अशनूर को सेफ किया। इसक पीछे प्रणित का भी अपना अलग गेम हो सकता है। बिग बॉस 19 देख रहा कोई भी दर्शक यह बात आसानी से कह सकता है कि अशनूर का कंट्रीब्‍यूशन शो में इस वक्‍त सबसे कम है। यहां तक कि यह बात एविक्‍शन के फौरन बाद गौरव खन्‍ना और अमल मलिक ने भी प्रण‍ित से कही। लेकिन फिर ये बात प्रणित को कैसे समझ नहीं आई। इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं। आइए समझते हैं।


अभिषेक का जाना संयोग या साजिश!वैसे तो प्रण‍ित ने गौरव से कहा कि उसने अपने मॉरल वैल्‍यूज के कारण अभ‍िषेक की जगह अशनूर को चुना। क्‍योंकि अशनूर बिग बॉस के घर में बेवजह की लड़ाई नहीं करतीं, किसी को अनर्गल बातें नहीं कहतीं। गौरव ने टोका कि अभ‍िषेक तो सबसे एक्‍ट‍िव लोगों में से था, फिर चाहे भले ही वह बाकी लोगों से अलग ट्रैक पर चला हो। इस पर प्रण‍ित ने कहा कि उन्होंने घर के हिसाब से भी सोचा और पाया कि उसके वैल्‍यूज के हिसाब से अशनूर ज्यादा सही है, क्‍योंकि वह बेवजह की लड़ाइयां नहीं करतीं। यह भी कि वह उसे अभ‍िषेक से ज्यादा समझदार लगती हैं। प्रण‍ित ने यह भी कहा कि अगर वो इस तरह बॉटम थ्री में होते और किसी दूसरे के हाथ में फैसला होता, तो वह भी यही अपेक्षा रखते कि अगला उन्‍हें सेव करे।

प्रणित भोले बनकर आगे निकल रहेप्रण‍ित की ये बातें पहले पहल सुनने में सही लगती हैं। वह जिस तरह की 'लॉजिकल' इमेज के साथ शो में दिख रहे हैं, उस हिसाब से भी यह बात फिट बैठती है। लेकिन गौर करें तो यह बात भी माननी पड़ेगी कि प्रण‍ित ने कभी भी शो में कुछ भी ऐसे ही नहीं किया है। बल्‍क‍ि हर बार वह 'लॉजिकल' रहकर गेम के हिसाब से फैसले लेते दिखे हैं। फिर चाहे किसी मुद्दे पर राय रखनी हो या फिर किसी का साथ देना।



अशनूर-अभिषेक से थी दोस्तीप्रण‍ित की शो के शुरुआत से ही अभ‍िषेक बजाज, अशनूर कौर, दोनों से बहुत अच्‍छी दोस्‍ती रही है। लेकिन कुछ हफ्ते पहले ही जब अभ‍िषेक और अशनूर पूल में माइक के बिना बात करते देखे गए और घर का अहम नियम तोड़ा था, तब अभ‍िषेक संग प्रण‍ित के रिश्‍ते तल्‍ख हुए। तब वीकेंड का वार में जब सलमान ने खुलासा किया कि अभिषेक ने प्रण‍ित की दोस्‍ती की कद्र नहीं की, एक दोस्‍त की तरह जब प्रण‍ित उन्‍हें समझाने गए, तब उनके जाने के बाद अशनूर के सामने अभ‍िषेक ने प्रण‍ित के लिए बुरा बोला। यह बात तब प्रण‍ित को चुभी थी।



लॉजिकल प्रण‍ित मोरे खेल गएअब लॉजिकल प्रण‍ित मोरे के गेम पर आते हैं। वह हमेशा से एक सुलझे हुए और गेम को अच्‍छे से समझने वाले कंटेस्‍टेंट के तौर पर दिखते हैं। अब जरा सोच‍िए, उनके सामने ऑप्‍शन के तौर पर कौन थे- नीलम गिरी, अभ‍िषेक बजाज और अशनूर कौर। इन तीनों में से ही प्रणित को अच्‍छे से पता था कि सबसे मजबूत कंटेस्‍टें अभ‍िषेक हैं। नीलम और अशनूर, आज नहीं तो कल शो से बाहर हो जाएंगे। लेकिन अभ‍िषेक को जनता प्‍यार करती है। वह टॉप फाइनलिस्‍ट बन सकते हैं। लेकिन अगर प्रण‍ित मौका मिलने पर चौका लगते हैं, जो कि उन्‍होंने किया तो कम से कम उनका एक कंटेंडर कम हो गया।

अपने तगड़े कंपीटिशन को बाहर कियालॉजिकली, प्रण‍ित ने गेम के लिहाज से अपना एक कंपीटिशन कम कर दिया है। इस वक्‍त शो में सबसे मजबूत कंटेस्‍टेंट के टॉप ऑर्डर पर नजर दें तो अभ‍िषेक के जाने के बाद अब अमल मलिक, गौरव खन्‍ना, फरहाना भट्ट, इन्‍हीं तीन की सबसे अध‍िक पूछ है। बाकी के कंटेस्‍टेंट बहुत खास करते नहीं दिख रहे। इनमें से फरहाना बहुत ही नेगेटिव जा रही हैं, ऐसे में उनका टॉप-5 में होना या नहीं होना, दोनों में से कुछ भी हो सकता है।



सुमड़ी में गुमड़ी वाला गेम चल रहाकुल मिलाकर, सुमड़ी में गुमड़ी वाला गेम खेल रहे प्रण‍ित मोरे ने टॉप-5 में अपनी बिसात पक्‍की की है। वो भले ही शो जीते या ना जीतें, लेकिन टॉप ऑर्डर में उनकी जगह अब पक्‍की दिख रही है। बिग बॉस के इतिहास में हम सभी ने पहले भी देखा कि अक्‍सर शांत रहने वाला, कम लेकिन वाजिब बोलने वाला कब टॉप 5 में पहुंच जाता है, पता नहीं चलता। प्रणित मोरे ने बस इसी बात को अपनी पावर बनाकर इस्तेमाल की है।
न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें