इज़राइल और हमास के बीच चल रही भयानक जंग के अंधेरे में,उम्मीद की एक बहुत बड़ी और हैरान करने वाली किरण नज़र आई है। ख़बरें आ रही हैं कि हमास आज20ज़िंदा बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार हो गया है। लेकिन इस ख़बर की टाइमिंग ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है,क्योंकि यह पेशकश ठीक उस समय हुई है जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इज़राइल के दौरे पर पहुँचने वाले हैं।क्या यह सिर्फ़ एक इत्तेफ़ाक़ है या कोई बड़ी रणनीति?यह सवाल अब हर किसी के ज़हन में है। डोनाल्ड ट्रंप हमेशा से खुद को एक बेहतरीन 'डील-मेकर'के तौर पर पेश करते आए हैं। अब जब वे इज़राइल और मिस्र के शांति दौरे पर आ रहे हैं,तो हमास का अचानक बंधकों को छोड़ने के लिए तैयार हो जाना कई बड़े सवाल खड़े कर रहा है।एक रिपोर्ट के मुताबिक,हमास ने कहा है कि वो उन20बंधकों को आज ही छोड़ने को तैयार है जो अभी भी ज़िंदा हैं। यह एक बहुत बड़ा क़दम है,क्योंकि महीनों से बंधकों की रिहाई को लेकर बातचीत अटकी हुई थी।क्या ट्रंप को संदेश दे रहा है हमास?कई जानकार मान रहे हैं कि यह हमास की तरफ़ से ट्रंप और दुनिया को एक सीधा संदेश देने की कोशिश है। हो सकता है कि हमास यह दिखाना चाहता हो कि वह बातचीत के लिए तैयार है,लेकिन शायद उसकी शर्तें मौजूदा अमेरिकी सरकार (बाइडेन प्रशासन) के साथ मेल नहीं खा रहीं। ट्रंप के आने से ठीक पहले यह पेशकश करके,हमास शायद यह जताना चाहता है कि अगर ट्रंप जैसे नेता बातचीत में शामिल हों,तो समाधान निकल सकता है।यह भी कहा जा रहा है कि यह क़दम मिस्र द्वारा चलाए जा रहे शांति प्रयासों का भी हिस्सा हो सकता है,जो ट्रंप के दौरे के दौरान एक सकारात्मक माहौल बनाना चाहता है।वजह चाहे जो भी हो,अगर यह20बेगुनाह लोग आज़ाद होकर अपने परिवारों के पास लौटते हैं,तो यह इस जंग की सबसे बड़ी और अच्छी ख़बर होगी। फिलहाल,पूरी दुनिया की नज़रें इस पर टिकी हैं कि क्या यह पेशकश हक़ीक़त में बदलती है या नहीं।
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