Operation Sindoor: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने हाल ही में उत्तरी और पश्चिमी सेना कमानों का दौरा कर देश की सुरक्षा तैयारियों और ऑपरेशनल मुस्तैदी की गहन समीक्षा की। इस दौरे को अनौपचारिक रूप से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की तरह देखा जा रहा है, जो सीमाओं की पवित्रता और सुरक्षा के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अपने दौरे के दौरान, CDS जनरल चौहान ने दोनों महत्वपूर्ण कमानों के वरिष्ठ कमांडरों के साथ उच्च स्तरीय बैठकें कीं। इन बैठकों में वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य, सीमाओं पर मौजूदा चुनौतियों और भविष्य की सैन्य रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा हुई।
उत्तरी कमान का दौरा:उत्तरी कमान, जो चीन और पाकिस्तान के साथ संवेदनशील सीमाओं की निगरानी करती है, में CDS ने मौजूदा सैन्य तैनाती, बुनियादी ढांचे के विकास और भारतीय सेना की ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने नियंत्रण रेखा (LoC) और वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात सैनिकों के साहस और समर्पण की सराहना की। बताया जा रहा है कि इस समीक्षा में पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध के मद्देनजर भारत की तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया गया।
पश्चिमी कमान का दौरा:पश्चिमी कमान, जिसकी जिम्मेदारी मुख्य रूप से पाकिस्तान से लगी सीमा की सुरक्षा है, में भी CDS जनरल चौहान ने इसी तरह की व्यापक समीक्षा की। यहां उन्होंने घुसपैठ विरोधी ग्रिड, खुफिया तंत्र की प्रभावशीलता और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सेना की तैयारियों का आकलन किया। इस दौरान पंजाब और राजस्थान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के उपायों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
CDS ने दोनों कमानों को किसी भी प्रकार के खतरे से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए निरंतर सतर्कता और उच्च स्तर की ऑपरेशनल तैयारी बनाए रखने का निर्देश दिया। उन्होंने सेना के तीनों अंगों (थल सेना, नौसेना, वायु सेना) के बीच बेहतर समन्वय और तालमेल पर भी जोर दिया ताकि किसी भी चुनौती का एकीकृत और प्रभावी जवाब दिया जा सके।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, CDS का यह दौरा नियमित ऑपरेशनल समीक्षा का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों की तैयारियों को हर समय उच्चतम स्तर पर बनाए रखना है। यह समीक्षा इस बात का भी संकेत है कि भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर कितना गंभीर है और किसी भी नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
You may also like
लखनऊ के खिलाफ आरसीबी की टक्कर: चोटों के साये में क्या होगी बैंगलोर की अंतिम ग्यारह?
राखीन कॉरिडोर को लेकर बांग्लादेश में बवाल, अमेरिका और चीन आमने-सामने, भारत की पैनी नजर
मां की डांट से क्षुब्ध किशोरी ने की आत्महत्या
तालाब में डूबे दो युवक, गोताखोरों की मदद से तलाश जारी
सफल उद्यमी के लिए नवाचारी सोच होना अनिवार्य