उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रहे लाखों अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के आवेदन शुल्क में किसी भी प्रकार की वृद्धि न की जाए।
अभ्यर्थियों की चिंता दूरबीते दिनों यह चर्चा थी कि महंगाई और बढ़ते खर्चों के चलते आवेदन शुल्क में इजाफा किया जा सकता है। इस आशंका ने अभ्यर्थियों की चिंता बढ़ा दी थी। लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब यह साफ हो गया है कि अभ्यर्थियों को पूर्व निर्धारित शुल्क पर ही आवेदन करने का अवसर मिलेगा।
सीएम योगी का रुखमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेताया कि शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए योग्य शिक्षकों की भर्ती बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसे में आवेदन शुल्क बढ़ाकर अभ्यर्थियों पर अतिरिक्त बोझ डालना किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि अधिक से अधिक युवा शिक्षक बनने के लिए आगे आएं और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा दें।
विभाग को कड़े निर्देशबेसिक शिक्षा विभाग को सीएम ने निर्देशित किया है कि टीईटी परीक्षा से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं पारदर्शी और समयबद्ध ढंग से पूरी की जाएं। साथ ही, शुल्क में किसी भी तरह की बढ़ोतरी का प्रस्ताव लाने से पहले सरकार की अनुमति अनिवार्य होगी।
अभ्यर्थियों में खुशीइस निर्णय से अभ्यर्थियों में खुशी की लहर है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों का कहना है कि यह फैसला सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है। उनका मानना है कि आर्थिक रूप से कमजोर तबके के युवाओं के लिए यह बड़ा सहारा साबित होगा।
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