उधमसिंहनगर, 1 मई . करीब छह माह पहले खटीमा में हुई पूजा की हत्या का पूरा मामला लव जिहाद से जुड़ा हुआ था. इसका खुलासा मृतका की बहन पूर्मिला ने किया है. इस पूरे मामले में उधम सिंह नगर पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है.
सितारगंज के रहने वाले मुश्ताक और नानकमत्ता में रहने वाली पूजा की पहली मुलाकात वर्ष 2022 में रुद्रपुर में हुई और फिर दोनों की जान पहचान बढ़ने लगी. पूजा की शादी हो चुकी थी लेकिन कुछ समय बाद ही वो शादी टूट गई और फिर पूजा अपनी छोटी बहिन पूर्मिला के साथ हरियाणा के गुरुग्राम में एक स्पा मेंटर में काम करने लगी. पूजा से मुलाकात के बाद आरोपी मुश्ताक भी वर्ष 2022 में गुरुग्राम चला गया और वहीं कैब चलाने लग गया.
इस बीच मुस्ताक और पूजा के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया. बताया जाता है कि पूजा ने मुश्ताक को सितारगंज में प्लाट खरीदकर दिया और समय समय पर आर्थिक मदद करती थी .कुछ समय बाद दोनों के बीच विवाद हो गया और नवम्बर 2024 में मुश्ताक सितारगंज वापिस आ गया और उसने दूसरी युवती से विवाह कर लिया. जब इसकी जानकारी पूजा को लगी तो उसने काफी हंगामा किया तभी मुश्ताक ने पूजा को अपने रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया और 16 नवंबर 2024 को मुश्ताक किसी बहाने से पूजा को खटीमा की काली पुलिया अंडर पास ले गया और वहां उसकी हत्या कर दी और धड़ को चादर में लपेट कर नहर में फेंक दिया जबकि सिर को एक कट्टे में डालकर नहर के दूसरे हिस्से में फेंक दिया.
पांच महीने बाद पुलिस ने काल डिटेल के आधार पर सितारगंज से हत्यारोपी मुश्ताक को गिरफ्तार कर हत्या की साजिश बेनकाब कर दी. खटीमा नागरिक अस्पताल के चिकित्सक बी पी सिंह ने बताया कि मृतका पूजा का धड़ लंबे समय से पानी में पड़ा रहा तो इस कारण वो पूरी तरह गल गया जिस कारण पुलिस ने मृतका के शव को फोरेंसिक जांच के लिए हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भेज दिया है.
वहीं अब इस मामले में मृतका की बहिन पूर्मिला सामने आई है. उसने आरोप लगाया कि मुश्ताक ने खुद को हिन्दू बताकर उसकी बहिन पूजा से नजदीकियां बढ़ाई. पूर्मिला ने इस मामले में सितारगंज की पुलिस को भी कटघरे में खड़ा किया और आरोप लगाया कि वो अपनी बहिन की गुमशुदगी की रिपोर्ट कराने के लिए पुलिस थाने के चक्करt लगाती रही लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. अगर उसी समय पुलिस कार्यवाही करती तो आज पूजा के शव की यह हालत नहीं होती.
/ विजय आहूजा