आज, 21 सितंबर 2025 को एक शानदार सूर्य ग्रहण होने जा रहा है, जिसका इंतजार हर कोई बेसब्री से कर रहा है। इस खगोलीय घटना को लेकर लोग उत्साहित भी हैं और डरे हुए भी। कुछ लोग मानते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान तबीयत बिगड़ सकती है, सोने से नुकसान हो सकता है या फिर कुछ खास काम करने से बचना चाहिए। लेकिन क्या ये बातें सच हैं? आइए, साइंस की नजर से जानते हैं कि सूर्य ग्रहण को लेकर फैले मिथक कितने सही हैं और क्या है इसकी असली सच्चाई।
मिथक बनाम सच्चाई: क्या कहता है विज्ञान?सूर्य ग्रहण को लेकर कई तरह की मान्यताएं हमारे समाज में गहरे जड़ें जमाए हुए हैं। कुछ लोग कहते हैं कि ग्रहण के समय खाना-पीना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है। कुछ का मानना है कि गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, वरना बच्चे को नुकसान हो सकता है। लेकिन साइंस इन बातों को पूरी तरह खारिज करता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि सूर्य ग्रहण एक सामान्य खगोलीय घटना है, जो तब होती है जब चंद्रमा सूरज और पृथ्वी के बीच आ जाता है। इसका मानव शरीर या स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।
तबीयत बिगड़ने का डर: कितना सच?कई लोग मानते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान हानिकारक किरणें निकलती हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं। लेकिन नासा और अन्य वैज्ञानिक संस्थानों का कहना है कि सूर्य ग्रहण के समय कोई ऐसी किरणें नहीं निकलतीं, जो इंसानों के लिए खतरनाक हों। हां, एक जरूरी बात जरूर है—ग्रहण को नंगी आंखों से देखना आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए ग्रहण देखने के लिए हमेशा खास तरह के चश्मे या सुरक्षित उपकरणों का इस्तेमाल करें।
सोने से नुकसान? ये भी एक मिथक!कुछ लोग मानते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान सोने से नकारात्मक ऊर्जा का असर होता है। लेकिन साइंस के मुताबिक, ग्रहण के समय सोना या जागना, दोनों ही पूरी तरह सुरक्षित हैं। ये सिर्फ एक पुरानी मान्यता है, जिसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्रहण का समय खगोलीय नजारे का आनंद लेने का है, न कि डरने का। बस इतना ध्यान रखें कि सूरज को सीधे न देखें, क्योंकि इससे रेटिना को नुकसान हो सकता है।
सुरक्षित तरीके से लें ग्रहण का मजासूर्य ग्रहण एक अनोखा और रोमांचक अनुभव है। इसे सुरक्षित तरीके से देखने के लिए कुछ आसान सावधानियां बरतें। सोलर फिल्टर वाले चश्मे इस्तेमाल करें या फिर अप्रत्यक्ष तरीके से ग्रहण देखें, जैसे पिनहोल प्रोजेक्शन। बच्चों को भी ग्रहण के बारे में बताएं और उन्हें सही जानकारी दें, ताकि वे इसे एक वैज्ञानिक घटना के रूप में समझ सकें। सूर्य ग्रहण को डर का कारण बनाने की बजाय, इसे प्रकृति का एक अद्भुत नजारा मानकर इसका आनंद लें।
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