समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव बुधवार को अपने पुराने साथी और हाल ही में जेल से रिहा हुए आजम खान से मिलने रामपुर पहुंचने वाले हैं। लेकिन इस मुलाकात से पहले ही आजम खान ने ऐसा बयान दे दिया है, जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। आजम ने रामपुर से सपा सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी पर अपनी नाराजगी जाहिर कर अखिलेश की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
जेल से रिहाई के बाद आजम का तीखा तेवर23 महीने तक सीतापुर जेल में बंद रहने के बाद आजम खान 15 दिन पहले रामपुर लौटे हैं। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव उनसे मिलने उनके घर पहुंचने वाले हैं। लेकिन मुलाकात से पहले आजम ने अपनी शर्तें साफ कर दीं। उन्होंने कहा, “कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं है। अखिलेश यादव मुझसे मिलने आ रहे हैं, और मैं सिर्फ उनसे ही मिलूंगा।” इतना ही नहीं, आजम ने रामपुर के सपा सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को लेकर पूछे गए सवाल पर तल्खी भरे लहजे में कहा, “मैं उन्हें जानता ही नहीं।” इस बयान ने सपा के अंदर खलबली मचा दी है।
सपा सांसद पर आजम की नाराजगी ने बढ़ाई हलचलसपा के पास 37 सांसद और 107 विधायक हैं, और अखिलेश यादव जहां भी जाते हैं, उनके साथ पार्टी नेताओं का काफिला होता है। माना जा रहा था कि रामपुर दौरे पर अखिलेश के साथ मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी भी होंगे। लेकिन आजम के बयान ने साफ कर दिया कि वह नदवी से नाराज हैं और उनकी मौजूदगी शायद उन्हें मंजूर नहीं। आजम के इस रुख ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या वह अखिलेश के साथ आने वाले अन्य सपा नेताओं से भी दूरी बनाएंगे?
अखिलेश का रामपुर दौरा: क्या होगा नया सियासी समीकरण?आजम खान के बयान के बाद अखिलेश के रामपुर दौरे को लेकर सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। लोग जानना चाहते हैं कि क्या आजम और अखिलेश के बीच सब कुछ ठीक है? या फिर आजम की नाराजगी सपा के लिए नई चुनौती खड़ी करेगी? खासकर रामपुर के मुस्लिम सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी के साथ आजम के रिश्तों की तल्खी सपा की एकता पर सवाल उठा रही है।