पंजाब के लुधियाना में एक 11 साल के बच्चे की किस्मत चमक उठी है और वो रातोंरात करोड़पति बन गया। इस अचानक मिली दौलत से पूरा परिवार खुशी के मारे झूम रहा है, घर में बैंड बाजा और मिठाइयों की बहार छा गई है। हर कोई इस बच्चे को लकी चार्म बता रहा है, कह रहा है कि इसी की वजह से घर बैठे इतनी बड़ी खुशकिस्मती नसीब हुई। बच्चे का नाम आरव है, जो असल में होशियारपुर का रहने वाला है, लेकिन फिलहाल अपने मामा करण के साथ लुधियाना के हैबोवाल इलाके में रहता है। शुक्रवार शाम को यानी 31 अक्टूबर को वो बाजार घूमने गया था, वहां लॉटरी की दुकान पर भीड़ देखकर मामा से टिकट खरीदने की जिद करने लगा। मामा ने मना किया कि ये अच्छा खेल नहीं है, इससे दूर रहो, लेकिन बच्चे की जिद न टूटने पर आखिरकार आरव के नाम से एक टिकट ले लिया। ये दुकान का आखिरी टिकट था और जब रिजल्ट आया तो उसी पर 1 करोड़ का इनाम लग गया। पंजाब में लॉटरी खेलना कानूनी है और इस दिवाली बंपर में कुल 36 करोड़ 14 लाख 78 हजार रुपये की इनामी राशि बांटी गई।
मामा से जिद की – मुझे लॉटरी टिकट चाहिएआरव के मामा करण ने अपनी पूरी कहानी सुनाई, वो प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं और भांजा उनके साथ ही रहता है। दिवाली से पहले पंजाब स्टेट डियर दिवाली बंपर 2025 लॉटरी की शुरुआत हुई थी। शुक्रवार को मामा-भांजे बाजार घूमने निकले, लॉटरी दुकान पर भीड़ देखकर आरव बोला, ‘मामू, मुझे लॉटरी खेलनी है!’ बच्चे की ये जिद देखकर मामा हंस पड़े, लेकिन आखिरकार मान गए।
जिद पर खरीदा आखिरी टिकट, रात को खुशी का धमाकाकरण ने बताया कि भांजे की जिद के आगे हार मान ली और घंटाघर पर गांधी ब्रदर्स की दुकान से 5 लॉटरी टिकट खरीदे। ये दुकान की आखिरी लॉटरी थी। शुक्रवार रात 8 बजे यूट्यूब पर लॉटरी ड्रॉ हुआ और विजेताओं के नंबर अनाउंस किए गए। घर लौटकर टिकट चेक किया तो आरव के नाम वाला टिकट 1 करोड़ का विजेता निकला। खुशी का ठिकाना न रहा, पूरा परिवार नाचने-गाने लगा।
ढोल-नगाड़ों से मनाई जीत, पड़ोसियों को बांटी मिठाईमामा करण ने कहा कि जैसे ही लॉटरी लगने की खबर मिली, घर में हंगामा मच गया। सब खुशी से झूम उठे, दुकान के बाहर तुरंत ढोल बजवाया गया और आस-पास वालों को मिठाइयां बांटीं। शनिवार को दिनभर लोग बधाई देने आते रहे, परिवार की खुशी देखकर हर कोई मुस्कुरा रहा था।
कुल 36 करोड़ से ज्यादा इनामी रकम बंटीपंजाब स्टेट डियर दिवाली बंपर 2025 के इस ड्रॉ में कुल 36 करोड़ 14 लाख 78 हजार रुपये की इनामी राशि वितरित हुई। कुल 18 लाख 84 हजार 939 टिकट बिके थे। लुधियाना, पटियाला और जालंधर जैसे शहरों में छोटे-बड़े इनामों की बौछार हुई।
पहला इनाम 11 करोड़ का, बठिंडा से निकलाबंपर का सबसे बड़ा पहला इनाम 11 करोड़ रुपये का था। ये टिकट नंबर A 438586 बठिंडा से बेचा गया था। हालांकि इस प्राइज के विजेता की पहचान अभी सामने नहीं आई है। लुधियाना के 11 साल के आरव ने 1 करोड़ रुपये जीतकर सबका ध्यान खींच लिया।
30 दिनों में क्लेम करना होगा इनामइस साल 2 लाख से 9 लाख 99 हजार 999 तक के नंबर्स में A, B और C सीरीज में 24 लाख टिकट प्रिंट किए गए थे। सभी विजेताओं को अपना टिकट पंजाब स्टेट लॉटरीज के निदेशक कार्यालय, योजना भवन, प्लॉट नंबर 2B, सेक्टर-33A, चंडीगढ़ में रिजल्ट आने की तारीख से 30 दिनों के अंदर जमा करना होगा। ये दावा निर्धारित फॉर्म पर खुद जाकर या पोस्ट से भेजा जा सकता है। अगर 30 दिनों में दावा न पहुंचा तो पंजाब स्टेट लॉटरी नियम 2015 के मुताबिक इनाम का हक खत्म हो जाएगा। इनाम देते समय TDS टैक्स पहले काट लिया जाएगा।
पंजाब में ऑनलाइन लॉटरी पर सख्त बैनपंजाब में ऑनलाइन लॉटरी पर पूरी तरह पाबंदी है। पंजाब स्टेट लॉटरी विभाग न तो ऑनलाइन टिकट बेचता है और न ही चलाता है। हमेशा असली टिकट ही खरीदें और वो भी सिर्फ अधिकृत दुकानों से। फोटो या ऑनलाइन कॉपी वाला टिकट वैलिड नहीं माना जाएगा। विभाग कभी विजेताओं से ऑनलाइन पैसे या टैक्स के नाम पर फीस नहीं मांगता। अगर कोई शक हो या ठगी का शिकार बनें तो नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत करें।
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